
पंजाब की राजनीति में आज एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया जब जालंधर के प्रख्यात उद्योगपति, पंजाब हॉकी के प्रधान और हॉकी इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट नितिन कोहली ने आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने उन्हें औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल कराया और उन्हें हलका सेंट्रल का इंचार्ज नियुक्त किया गया।
कोहली, जो लंबे समय से खेल और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय हैं, अब सक्रिय राजनीति में उतर आए हैं। उन्हें यह ज़िम्मेदारी ऐसे समय पर सौंपी गई है जब जालंधर सेंट्रल के मौजूदा विधायक रमन अरोड़ा भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते विजिलेंस की गिरफ्त में हैं।
सिसोदिया का बड़ा बयान: करप्शन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी अपने नेताओं को भी किसी तरह की ढील नहीं देती। उन्होंने कहा, “पार्टी की नीति साफ है—भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस। इसी का नतीजा है कि AAP विधायक रमन अरोड़ा पर कार्रवाई हुई है। उन्हें विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार किया और हमने उन्हें कोई संरक्षण नहीं दिया।”
सिसोदिया ने कहा कि पंजाब में अब जनता एक नई राजनीतिक सोच की ओर देख रही है, जिसमें ईमानदारी, पारदर्शिता और जनसेवा प्रमुख हैं। “नितिन कोहली जैसे प्रतिष्ठित और समाजसेवी व्यक्तियों का पार्टी से जुड़ना इस दिशा में बड़ा संकेत है कि पंजाब के उद्यमी और व्यापारी वर्ग आम आदमी पार्टी पर विश्वास कर रहे हैं।”
नितिन कोहली का बयान: जनता से सीधे जुड़ने का संकल्प
पार्टी में शामिल होने के बाद नितिन कोहली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका मकसद राजनीति में आकर जनता के बीच रहना, उनकी समस्याएं सुनना और हल निकालना है। उन्होंने घोषणा की कि वे जल्द ही जालंधर सेंट्रल में अपना दफ्तर खोलेंगे, जहां लोग सीधे उनसे मिल सकेंगे।
“मैं वर्षों से खेल और सामाजिक सेवा के माध्यम से लोगों के संपर्क में हूं। अब मैं राजनीति के इस मंच से लोगों की सेवा को नई दिशा दूंगा। मेरा उद्देश्य विकास आधारित राजनीति को आगे बढ़ाना है,” कोहली ने कहा।
रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी और पार्टी की नई रणनीति
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले विजिलेंस ब्यूरो ने जालंधर सेंट्रल के विधायक रमन अरोड़ा को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के बाद यह स्पष्ट संकेत मिल रहे थे कि पार्टी को उनके स्थान पर नया नेतृत्व तलाशना है। आज नितिन कोहली की नियुक्ति ने इस संशय को समाप्त कर दिया।
AAP के वरिष्ठ नेता और मंत्री अमन अरोड़ा ने इस विषय पर कहा, “पार्टी ने जिस तरह से रमन अरोड़ा पर कार्रवाई की, वह यह दर्शाता है कि आम आदमी पार्टी सही और गलत में भेद करती है। विपक्ष का काम विरोध करना है, लेकिन हमने एक उदाहरण पेश किया है कि हम अपने लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने से नहीं हिचकते।”
AAP का संदेश: सिद्धांतों पर कोई समझौता नहीं
पार्टी के नेतृत्व ने एक स्वर में यह स्पष्ट कर दिया कि पार्टी लाइन और सिद्धांतों से हटने वाले किसी भी नेता को संरक्षण नहीं दिया जाएगा। सिसोदिया ने कहा, “जो भी नेता पार्टी की मर्यादा और नीति के खिलाफ जाएगा, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह कोई भी हो।”
यह सख्त रुख केवल रमन अरोड़ा के संदर्भ में नहीं, बल्कि पार्टी की नीतिगत स्थिति को दर्शाता है, जिससे पार्टी अपने ‘ईमानदारी के एजेंडे’ को लेकर जनता में विश्वास कायम रखने की कोशिश कर रही है।