
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी बढ़ते तनाव के बीच देशभर की हवाई सेवाओं की सुरक्षा समीक्षा के कारण कुछ घंटों के लिए केदारनाथ की हेली सेवा स्थगित कर दी गई थी। अब एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से पुनः क्लीयरेंस मिलने के बाद यह सेवा फिर से सुचारू रूप से चालू कर दी गई है। यह जानकारी उत्तराखंड के डीजी सूचना बंशीधर तिवारी ने दी, जिन्होंने स्पष्ट किया कि अब केदारनाथ और अन्य चारधाम स्थलों के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं सामान्य रूप से जारी हैं।
भारत-पाक तनाव के चलते केंद्रीय ATC द्वारा पूरे देश की हवाई गतिविधियों की सुरक्षा को लेकर गहन समीक्षा की जा रही थी। इसी क्रम में कुछ घंटों तक उत्तराखंड की हेलिकॉप्टर सेवाओं को रोका गया था, विशेषकर संवेदनशील क्षेत्र माने जाने वाले केदारनाथ धाम की। अब पुनः अनुमति मिलने के बाद यह सेवा फिर से चालू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार देर शाम अपने शासकीय आवास पर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत राज्य स्तर की तैयारियों का मूल्यांकन किया गया। इस बैठक में चारधाम यात्रा, हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा, और साइबर खतरे जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में सभी जिलों के जिला अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्थिति में हेलिकॉप्टर सेवाओं या यात्रा व्यवस्थाओं में व्यवधान नहीं आना चाहिए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी भ्रामक सूचना न फैले और हर स्तर पर सुरक्षा चाक-चौबंद हो।
चारधाम यात्रा की हेलिकॉप्टर सेवाएं बहाल
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) की सीईओ सोनिका ने पुष्टि की कि राज्य में चारधाम यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं अब पूर्णतः सुचारू हैं। उन्होंने बताया कि कुछ NOC और सुरक्षा मंजूरी से संबंधित औपचारिकताओं के कारण सेवाएं कुछ समय के लिए स्थगित की गई थीं, लेकिन अब सभी सेवाएं सामान्य रूप से जारी हैं।
सोनिका ने कहा, “चारधाम यात्रा के दृष्टिकोण से हेली सेवाओं की अत्यधिक मांग है और इन सेवाओं को बिना किसी रुकावट के जारी रखने के लिए हम पूरी तरह सतर्क हैं। यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।”
भारत-पाक तनाव के चलते चौकसी बढ़ी
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव ने चौथे दिन एक और संवेदनशील मोड़ ले लिया है। सीमाओं पर पाकिस्तान की ओर से उकसावे की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। शनिवार को देर रात पाकिस्तान ने भारत के 26 सीमावर्ती शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने प्रभावी ढंग से नाकाम किया। भारत ने भी इन हरकतों का सख्त जवाब दिया।
इस परिस्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों ने देश के सभी हवाई रूट्स, विशेषकर संवेदनशील धार्मिक स्थलों की हवाई सेवाओं की समीक्षा शुरू की। इसका सीधा असर केदारनाथ और चारधाम की हेलिकॉप्टर सेवाओं पर पड़ा, लेकिन एटीसी की पुनः क्लीयरेंस के बाद सेवाएं बहाल कर दी गईं।
साइबर सुरक्षा पर भी राज्य सतर्क
भारत-पाक तनाव के साथ-साथ साइबर हमले की आशंका को लेकर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने अपने साइबर कमांडो को सक्रिय कर दिया है। साथ ही एक विशेष निगरानी टीम का गठन किया गया है, जो वेब गतिविधियों और सोशल मीडिया पर फैल रही संदिग्ध जानकारियों पर पैनी नजर रखे हुए है।
डीजीपी दीपम सेठ ने STF को निर्देश दिया है कि राज्य में किसी भी प्रकार के साइबर हमले या डेटा लीक की संभावना को पूरी तरह नाकाम किया जाए। STF द्वारा प्रदेशवासियों को एक साइबर एडवाइजरी भी जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट पर किन बातों का ध्यान रखें:
- अनजाने लिंक या अज्ञात स्रोतों से आई जानकारी पर क्लिक न करें।
- सोशल मीडिया पर भड़काऊ या भ्रामक पोस्ट साझा न करें।
- सरकारी वेबसाइट या पोर्टल की जानकारी को केवल अधिकृत माध्यम से ही एक्सेस करें।
STF अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान समर्थित हैकर्स भारतीय डिजिटल अवसंरचना को निशाना बना सकते हैं, खासकर जब देश तनाव की स्थिति में है। ऐसे में आम नागरिकों से लेकर सरकारी संस्थानों तक को सतर्क रहने की जरूरत है।