
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को लुधियाना में आयोजित ‘नशा मुक्त यात्रा’ को संबोधित करते हुए दावा किया कि पंजाब नशा मुक्त होने की दिशा में एक ठोस और निर्णायक कदम बढ़ा चुका है। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में 10,000 से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से अधिकांश बड़े अपराधी हैं। यह कार्रवाई पंजाब में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान “युद्ध नशे के विरुद्ध” का हिस्सा है, जिसे फरवरी 2025 में शुरू किया गया था।
बड़े स्तर पर कार्रवाई: “8300 बड़े तस्कर गिरफ्तार”
केजरीवाल ने अपने संबोधन में बताया कि गिरफ्तार किए गए 10,000 से अधिक नशा तस्करों में से 8,300 बड़े पैमाने पर नशे की तस्करी करने वाले अपराधी हैं। शेष 1,700 छोटे स्तर के तस्कर हैं। उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं कि केवल छोटे-मोटे नशा तस्कर पकड़े जा रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस ने बड़े-बड़े नेटवर्क को तोड़ा है और उन्हें सलाखों के पीछे डाला है।”
उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने जिस तरह से इस अभियान को संचालित किया है, वह अभूतपूर्व है। “आज गांवों से लेकर शहरों तक, लोग राहत महसूस कर रहे हैं। पंजाब की धरती जो कभी नशे के लिए बदनाम हो चुकी थी, अब उसी धरती पर नशे के खिलाफ सबसे बड़ा जन आंदोलन खड़ा हो रहा है।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान को मिला समर्थन और सराहना
अपने भाषण में अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की भी खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व में यह अभियान पूरी मजबूती के साथ चलाया जा रहा है। “आज हर तरफ से मुख्यमंत्री भगवंत मान की तारीफ हो रही है। यह कोई सामान्य अभियान नहीं है, यह एक सामाजिक क्रांति है जो पंजाब को एक स्वस्थ और नशा मुक्त राज्य में बदलने का काम कर रही है,” केजरीवाल ने कहा।
बुलडोजर एक्शन: माफिया पर सीधा वार
पंजाब सरकार की इस मुहिम में नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। न केवल गिरफ्तारियां हो रही हैं, बल्कि तस्करों की अवैध संपत्तियों पर भी बुलडोजर चलाया जा रहा है। फरवरी 2025 से शुरू हुई इस कार्रवाई में कई बड़े नशा तस्करों की कोठियों, गोदामों और अन्य संपत्तियों को ध्वस्त किया गया है। इससे जनता में यह संदेश गया है कि सरकार इस मुद्दे को लेकर किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगी।
गांवों में जागरूकता, युवाओं में उम्मीद
केजरीवाल ने दावा किया कि अब पंजाब के गांवों में नशे के खिलाफ जागरूकता आई है और युवा धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त से बाहर निकल रहे हैं। “हम लाखों युवाओं को नशे से बाहर निकाल चुके हैं। पहले जहां युवाओं की आंखों में खोखलापन था, आज वहां उम्मीद है। लोग अब पुनर्वास केंद्रों से बाहर आकर नई जिंदगी शुरू कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में पुनर्वास केंद्रों में दाखिला लेने वाले युवाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और साथ ही जो पहले नशे में डूबे हुए थे, वे अब रोजगार, शिक्षा और खेल की ओर लौट रहे हैं।
पुलिस की भूमिका की प्रशंसा
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने पंजाब पुलिस की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “यह सब संभव नहीं होता अगर पंजाब पुलिस ने ईमानदारी और साहस के साथ काम न किया होता। आज हम जिन 10,000 नशा तस्करों को पकड़ सके हैं, वो पुलिस की कड़ी मेहनत और सूझबूझ का परिणाम है।”
पुलिस ने राज्य के विभिन्न जिलों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की है और नशा तस्करी के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की दिशा में कदम उठाए हैं। हाल ही में बठिंडा, अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर और मोहाली जैसे जिलों में बड़े तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया।
राजनीतिक विरोधियों पर कटाक्ष
केजरीवाल ने अपने भाषण में विपक्षी दलों पर भी परोक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जो लोग पहले सत्ता में रहकर नशे के कारोबार को बढ़ावा देते थे, वे आज हमारी सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हें जवाब जनता देगी, क्योंकि आज बदलाव हर गली, हर मोहल्ले में दिख रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस लड़ाई में आम जनता की भागीदारी सबसे अहम है। “यह केवल सरकार या पुलिस की लड़ाई नहीं है। यह हर मां-बाप की लड़ाई है, जो अपने बच्चों को एक बेहतर भविष्य देना चाहते हैं,” उन्होंने जोर देकर कहा।