
प्रसिद्ध स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने हाल ही में एक शो के दौरान शिवसेना के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया। इस बयान के बाद महाराष्ट्र में स्थिति बिगड़ गई, और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के एक कॉमेडी क्लब के स्टूडियो में तोड़फोड़ की। इस विवाद में राजनीतिक तकरार और पुलिस की कार्रवाई भी तेज हो गई है।
कुणाल कामरा के बयान से शुरू हुआ विवाद
कुणाल कामरा का यह बयान एक वीडियो क्लिप के रूप में सामने आया, जिसे उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर शेयर किया। इस वीडियो में कामरा ने बिना नाम लिए एकनाथ शिंदे और शिवसेना के वर्तमान नेतृत्व को ‘गद्दार’ कहा, जो उनके लिए एक अत्यंत संवेदनशील और विवादास्पद टिप्पणी थी। उनकी इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई, और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा स्टूडियो में तोड़फोड़
कामरा के बयान के बाद, मुंबई के हैबिटैट कॉमेडी क्लब के स्टूडियो में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ की। कार्यकर्ताओं ने कॉमेडी क्लब के अधिकारियों से नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी और क्लब के प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया। स्टूडियो में तोड़फोड़ के बाद, हैबिटैट क्लब ने अपने परिसर को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया। क्लब के बाहर रविवार रात शिवसेना के कार्यकर्ताओं की एक बड़ी संख्या जमा हो गई थी, और वे कामरा के खिलाफ आक्रामक प्रदर्शन कर रहे थे।
पुलिस का त्वरित हस्तक्षेप और कार्रवाई
घटनास्थल पर पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस संबंध में मुंबई पुलिस ने बताया कि 12 शिवसेना कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, कुछ घंटों में ही उन्हें जमानत मिल गई। इन आरोपियों को बांद्रा कोर्ट ने 15,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
कुणाल कामरा का बयान और पुलिस से संपर्क
बातचीत के दौरान, कुणाल कामरा ने पुलिस से कहा कि उनका बयान पूरी तरह से उनके होश में था और उन्हें अपने बयान पर किसी तरह का पछतावा नहीं है। कामरा का कहना था कि उनकी यह टिप्पणी किसी विशेष व्यक्ति को निशाना बनाने के लिए नहीं, बल्कि एक सामान्य राजनीतिक टिप्पणी थी। इसके बावजूद, उनका बयान एक राजनीतिक तूफान बन गया और महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन होने लगे।
बीएमसी की कार्रवाई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस स्टूडियो में कुणाल कामरा का शो शूट किया गया था, वहां की छत पर बीएमसी ने तोड़फोड़ की कार्रवाई की। हालांकि, इस कार्रवाई को प्रशासनिक समझौते के रूप में देखा जा सकता है, क्योंकि यह स्टूडियो खार पुलिस द्वारा पहले से सील किया गया था। बीएमसी की कार्रवाई से यह स्पष्ट नहीं हुआ कि इसे सरकार या पुलिस की ओर से किया गया था, लेकिन इसने स्थिति को और जटिल बना दिया।
सीएम देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कॉमेडी करने का हर व्यक्ति को अधिकार है, और यह लोकतांत्रिक देश में व्यंग्य करने की स्वतंत्रता का हिस्सा है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जानबूझकर अपमान करने की कोशिश की गई तो उसे सहन नहीं किया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन यदि किसी ने जानबूझकर किसी का अपमान किया तो इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उद्धव ठाकरे का बयान
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कुणाल कामरा के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कामरा ने जो कहा, वह गलत नहीं था। ठाकरे ने यह भी कहा कि गद्दारों को गद्दार कहना किसी पर व्यक्तिगत हमला करने जैसा नहीं है। उनका मानना था कि जो लोग गद्दार हैं, उन्हें गद्दार ही कहा जाना चाहिए। ठाकरे का यह बयान कामरा के समर्थन में था और उन्होंने इसे स्वतंत्रता के अधिकार का हिस्सा बताया।
महाराष्ट्र विधानमंडल में हंगामा
कुणाल कामरा के बयान के बाद महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में जबर्दस्त हंगामा हुआ। शिवसेना विधायकों ने कामरा के बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कई बार सदन की कार्यवाही को स्थगित भी किया गया। विधायकों ने इस बयान को महाराष्ट्र की राजनीति के लिए अपमानजनक और गलत ठहराया, और इस मुद्दे पर बहस करने का आग्रह किया।
पुलिस में शिकायत और कानूनी कार्रवाई
कामरा के विवादित बयान पर शिवसेना के विधायक मुरजी पटेल ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। कामरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 353(1)(B) (सार्वजनिक उत्पात और बयान) और 356(2) (मानहानि) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके अतिरिक्त, बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत भी केस दर्ज किया गया।