
पंजाब के होशियारपुर-जालंधर राजमार्ग पर शुक्रवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। मंडियालां गांव के पास खड़े एक एलपीजी गैस टैंकर में जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे अब तक दो लोगों की मौत और 23 लोग घायल हो चुके हैं। विस्फोट इतना भीषण था कि आसपास के घरों और दुकानों तक आग की लपटें फैल गईं, और कई लोग बुरी तरह झुलस गए।
घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग की ऊंची लपटें दूर-दूर तक दिखाई दीं और लोगों में दहशत फैल गई। राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया, और गंभीर रूप से घायल लोगों को होशियारपुर सिविल अस्पताल और अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
सीनियर मेडिकल ऑफिसर ने पुष्टि की दो मौतों की
होशियारपुर सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (SMO) डॉ. कुलदीप सिंह ने शनिवार सुबह मीडिया को बताया कि अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से एक को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था, जबकि दूसरे घायल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
उन्होंने जानकारी दी कि कुल 23 घायलों को अस्पताल में लाया गया, जिनमें से 15 को गंभीर स्थिति में विभिन्न उच्च चिकित्सा केंद्रों में रेफर किया गया है। अभी 7 घायलों का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जताया शोक, आर्थिक मदद का ऐलान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने शनिवार सुबह माइक्रोब्लॉगिंग साइट X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा “जिला होशियारपुर के गांव मंडियालां में देर रात LPG गैस से भरे एक टैंकर के फटने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में कुछ लोगों की दर्दनाक मौत होने की खबर मिली है और कुछ लोग घायल बताए जा रहे हैं।”
सीएम मान ने आगे लिखा “ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। पंजाब सरकार की ओर से हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घायलों का इलाज मुफ्त करवाया जाएगा।”
कैबिनेट मंत्री और स्थानीय प्रशासन घटनास्थल पर पहुंचे
हादसे की सूचना मिलते ही कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह, विधायक ब्रह्मा शंकर जिंपा और जिलाधिकारी आशिका जैन तत्काल मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगा।
डॉ. रवजोत सिंह ने मीडिया से कहा “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है, लेकिन सरकार और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी पीड़ित को इलाज या पुनर्वास के लिए परेशान न होना पड़े।”
चश्मदीदों की जुबानी: ‘धमाका इतना तेज था कि घर हिल गए’
हादसे में घायल कुसुम देवी, जो मंडियालां गांव में पिछले 20 वर्षों से परिवार के साथ रह रही हैं, ने बताया “हम लोग घर के अंदर थे। तभी अचानक बहुत तेज धमाका हुआ। उसके बाद चारों ओर आग ही आग फैल गई। हमें पता ही नहीं चला कि ये कैसे हुआ। जो गैस हवा में फैली, उसने आग को चारों ओर फैला दिया।”
अन्य चश्मदीदों के अनुसार, एलपीजी टैंकर सड़क किनारे खड़ा था। रात करीब 11:30 बजे टैंकर में तेज धमाके के साथ विस्फोट हुआ। इस धमाके की आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी और कई मकानों की खिड़कियां तक टूट गईं।
रात भर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, दमकल विभाग ने संभाला मोर्चा
घटना के तुरंत बाद दमकल विभाग, पुलिस, और स्थानीय प्रशासन ने मोर्चा संभाला। रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चला। फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियों ने आग पर काबू पाया, हालांकि तब तक काफी क्षति हो चुकी थी।
दमकल अधिकारियों ने बताया कि गैस का रिसाव टैंकर में अंदरूनी तकनीकी खामी के कारण हुआ हो सकता है, जिससे टैंकर का तापमान बढ़ा और अंततः विस्फोट हुआ। हालांकि इस विषय में तकनीकी जांच जारी है और विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि की जा सकेगी।