
पंजाब की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है, और इस बार वजह बना है लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। इसी बीच शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के ‘डंडा उठाने’ वाले बयान ने माहौल में और तीखापन ला दिया है। अब इस बयान पर पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने जोरदार पलटवार करते हुए अकाली दल और बादल परिवार पर निशाना साधा है।
‘डंडा तस्करों पर चलता है, गरीबों पर नहीं’: मंत्री सौंध
रविवार को लुधियाना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने कहा, “पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गरीबों पर नहीं, बल्कि नशा तस्करों, माफियाओं और भ्रष्टाचारियों पर डंडा चलाते हैं। उन्होंने पंजाब को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है और उस दिशा में लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।”
मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार राज्य में नशे के खिलाफ एक व्यापक अभियान चला रही है और इसकी जमीनी हकीकत जनता महसूस कर रही है। “हमने केवल बात नहीं की, बल्कि कार्रवाई की है, और आगे भी करेंगे,” सौंध ने जोड़ा।
बादल के बयान से भड़की राजनीति
दरअसल, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हाल ही में लुधियाना दौरे के दौरान बयान दिया था कि “पंजाब को एक ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत है जो डंडा चला सके और राज्य को नशे से मुक्त कर सके।” इस बयान को लेकर विरोधी दलों ने बादल को आड़े हाथों लिया।
मंत्री सौंध ने कटाक्ष करते हुए कहा, “शिरोमणि अकाली दल ने वर्षों तक शासन किया, लेकिन नशा माफिया पनपता रहा। अब डंडे की बात करना राजनीतिक दिखावा है। सुखबीर बादल अपने पिता सरदार प्रकाश सिंह बादल की राजनीतिक विरासत को भी संभाल नहीं पाए, और अब जनता उनके खोखले वादों को पहचान चुकी है।”
लुधियाना पश्चिम सीट पर रोचक मुकाबला
लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान 19 जून 2025 को होना है। इस सीट पर कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुकाबला मुख्यतः चार प्रमुख दलों के बीच है:
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आम आदमी पार्टी (AAP) से संजीव अरोड़ा
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भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जीवन गुप्ता
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शिरोमणि अकाली दल (SAD) से परउपकार सिंह घुम्मन
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कांग्रेस से भारत भूषण आशु
यह उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गया क्योंकि विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी के निधन के बाद सीट खाली हो गई थी। नामांकन प्रक्रिया 2 जून को समाप्त हुई और 5 जून नाम वापसी की अंतिम तारीख थी।
उपचुनाव के राजनीतिक मायने
यह उपचुनाव न केवल स्थानीय राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित करेगा, बल्कि 2027 विधानसभा चुनाव की रणनीति तय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद यह एक और अवसर है जहाँ जनता मौजूदा सरकार के कामकाज पर अपनी राय दे सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस उपचुनाव में नशा, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार प्रमुख चुनावी मुद्दे बने हुए हैं। सुखबीर बादल का बयान इन्हीं मुद्दों के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जबकि AAP इन समस्याओं के खिलाफ अपनी सरकार की “कड़ी कार्रवाई” को गिनवा रही है।
चुनाव प्रचार में आरोपों की झड़ी
उपचुनाव की सरगर्मी के बीच नेताओं की जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है। एक ओर AAP के मंत्री भगवंत मान की सरकार को “जनहितकारी” बता रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे “विफल सरकार” करार दे रहा है।
कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु ने हाल ही में कहा था कि “AAP सरकार विज्ञापन पर करोड़ों खर्च कर रही है, जबकि पंजाब के युवा नशे की गिरफ्त में हैं।” वहीं, बीजेपी के जीवन गुप्ता ने कहा कि “पंजाब में कानून व्यवस्था चरमरा गई है और व्यापारियों का भरोसा टूट रहा है।”
जनता की भूमिका और चुनाव आयोग की तैयारी
पंजाब राज्य चुनाव आयोग ने मतदान को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और पर्यवेक्षण टीमों को तैनात किया है। इस बार चुनाव में ईवीएम के साथ-साथ वीवीपैट (VVPAT) का इस्तेमाल भी किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
लुधियाना पश्चिम सीट पर कुल 2.35 लाख मतदाता हैं, जिनमें लगभग 1.12 लाख महिलाएं हैं। आयोग ने मतदाताओं से बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है।
मंत्री सौंध का राजनीतिक संदेश
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने कहा कि “जनता जानती है कि किस सरकार ने उनके लिए काम किया और कौन सिर्फ वादे करता रहा। पंजाब अब पुराने दौर की राजनीति में लौटने वाला नहीं है। हमारे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दिखाया है कि जब नीयत साफ होती है, तो बदलाव संभव होता है।”
उन्होंने सुखबीर बादल को चुनौती दी कि “अगर वह वास्तव में पंजाब के लिए चिंतित हैं, तो बताएं कि उनके कार्यकाल में नशा क्यों नहीं रुका। अब डंडे की बात करना नकली चिंता है।”
नतीजे 23 जून को
19 जून को मतदान होने के बाद लुधियाना पश्चिम सीट के नतीजे 23 जून 2025 को घोषित किए जाएंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि पंजाब की जनता किस दल और उम्मीदवार पर विश्वास जताती है।