
पंजाब की चर्चित लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर आज सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सुबह 9 बजे तक चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, करीब 8.50 फीसदी मतदाता अपने वोट का प्रयोग कर चुके हैं। कुल 1.75 लाख मतदाताओं वाली इस सीट पर आज के मतदान से यह तय होगा कि अगला विधायक कौन होगा। उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच सीधा और कड़ा माना जा रहा है।
चुनावी सुबह की हलचल
लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार की सुबह सन्नाटा नहीं, बल्कि लोकतंत्र के उत्सव का माहौल लेकर आई। बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही और ईवीएम के साथ-साथ वीवीपैट मशीनों को भी लगाया गया है। चुनाव आयोग और प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर मतदान की निगरानी की जा रही है। मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है और अब दोपहर बाद मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
AAP केजरीवाल का मतदाताओं से आह्वान
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी लुधियाना पश्चिम के मतदाताओं से वोटिंग की अपील की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा: “आज गुजरात की दो सीट, विसावदर और कड़ी एवं पंजाब की लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान है। वहाँ की जनता से अपील है कि वो मतदान ज़रूर करें। ईमानदार और काम करने वाले लोगों को चुनें।”
केजरीवाल की इस अपील को आप कार्यकर्ताओं द्वारा व्यापक रूप से प्रचारित किया जा रहा है। पार्टी का प्रयास है कि मतदान प्रतिशत को अधिकतम किया जाए ताकि AAP उम्मीदवार की स्थिति मजबूत बनी रहे।
संजीव अरोड़ा ने किया मतदान, दिया जनजागरूकता का संदेश
आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने आज सुबह अपने परिवार के साथ बूथ पर पहुंचकर मतदान किया और लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा: “लुधियाना के निवासियों को अपने वोट के अधिकार को जानना चाहिए और बिना किसी लालच या डर के अपना वोट डालना चाहिए!”
अरोड़ा की छवि एक स्वच्छ और सामाजिक रूप से सक्रिय व्यक्ति के रूप में उभर रही है। उनकी अपील खासकर युवाओं और प्रथम बार वोट देने वालों को टारगेट कर रही है।
कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया, भारत भूषण आशु का हमला
उधर, कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु ने मतदान के दिन आप सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा: “लुधियाना में मतदान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। कृपया मतदान करते समय इस बात का ध्यान रखें कि सरकार हमारे साथ कैसा व्यवहार कर रही है। कल्पना करें कि अगर हम कोई मजबूत संकेत नहीं देते हैं तो वे क्या करेंगे।”
भारत भूषण आशु पूर्व में इस सीट से विधायक रह चुके हैं और कांग्रेस में उन्हें एक जमीनी नेता माना जाता है। उनका यह बयान सरकार के कामकाज पर असंतोष जाहिर करता है और वह जनता से AAP के खिलाफ वोटिंग की अपील कर रहे हैं।
सीट का राजनीतिक इतिहास
लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर राजनीतिक समीकरण लंबे समय तक कांग्रेस के पक्ष में रहे हैं। यह सीट 6 बार कांग्रेस ने जीती है, जबकि पिछली बार इसे आम आदमी पार्टी ने अपने नाम किया था। अब इस उपचुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आप अपनी पकड़ बरकरार रख पाती है या कांग्रेस वापसी करती है।
विशेष बात यह है कि यह उपचुनाव ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य सरकार के कामकाज को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। लोगों में बेरोजगारी, नशाखोरी और उद्योगों की स्थिति को लेकर चिंता है। ऐसे में यह चुनाव एक जनमत संग्रह की तरह भी देखा जा रहा है।
कुल मतदाता और सुरक्षा व्यवस्था
इस सीट पर कुल 1,75,000 से अधिक मतदाता हैं, जिनमें युवाओं की संख्या उल्लेखनीय है। चुनाव आयोग द्वारा 250 से अधिक बूथ बनाए गए हैं, जिनमें से कई को संवेदनशील घोषित किया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
मतदान के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी की गई हैं और विशेष तौर पर बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैंप, व्हीलचेयर और सहयोगी स्टाफ की व्यवस्था की गई है।
क्या कहते हैं जानकार?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह उपचुनाव आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता की एक बड़ी परीक्षा है। यदि AAP यहां हारती है, तो यह मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व पर भी सवाल खड़े करेगा। वहीं, कांग्रेस के लिए यह चुनाव पुनरुत्थान का मौका है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि मतदान प्रतिशत 60% के पार जाता है, तो मुकाबला और भी दिलचस्प हो जाएगा। वहीं कम वोटिंग प्रतिशत AAP के लिए लाभकारी साबित हो सकता है, क्योंकि सत्ता में होने का लाभ उन्हें संगठनात्मक स्तर पर मिल सकता है।
चुनाव परिणाम कब?
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के परिणाम 23 जून 2025 को घोषित किए जाएंगे। इसके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है। सभी ईवीएम मशीनों को मतदान के बाद सील कर स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा और निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी।