
प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है। राज्य महिला कांग्रेस ने हाल ही में सार्वजनिक हुई महिला अपराध संबंधी रिपोर्ट के बाद सरकार पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय का घेराव किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने किया, जिनके साथ बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता और कांग्रेस पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
प्रदर्शनकारियों की भीड़ जब बलवीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय के पास पहुंची, तो वहां पहले से मौजूद पुलिस बल ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक लिया। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गईं और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
महिला अपराधों पर कार्रवाई न होने से नाराज है कांग्रेस
इस पूरे विरोध प्रदर्शन की वजह राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध हैं। महिला कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश में बलात्कार, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, बालिकाओं के अपहरण जैसे मामलों में बीते एक वर्ष में तेजी से इज़ाफा हुआ है, लेकिन सरकार मौन है और अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा, “यह प्रदेश अब बेटियों के लिए सुरक्षित नहीं रहा। अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है। रिपोर्ट में साफ हो चुका है कि महिला अपराधों की संख्या में 30% से अधिक की वृद्धि हुई है। फिर भी भाजपा सरकार सिर्फ आंकड़ों की बाज़ीगरी कर रही है।”
पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत भी उतरे मैदान में
इस प्रदर्शन की खास बात यह रही कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत भी महिला कांग्रेस के साथ धरने में शामिल हुए। उन्होंने कहा, “सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है। एक तरफ बेटी बचाओ की बात होती है, और दूसरी ओर बेटियों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। प्रशासन मूक दर्शक बना है। यह विरोध सिर्फ राजनीतिक नहीं है, यह बेटियों के हक और सुरक्षा की लड़ाई है।” रावत ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि यदि सरकार महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकती, तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा पर गंभीर आरोप, धरना स्थल पर उग्र हुआ माहौल
महिला कांग्रेस की इस विरोध रैली में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए गए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अपराधियों को सत्ताधारी दल के नेताओं का अघोषित समर्थन प्राप्त है, जिस कारण पुलिस और प्रशासन निष्क्रिय बना हुआ है। धरना स्थल पर जब कांग्रेसियों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की, तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प भी देखने को मिली। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए कांग्रेस नेता ज्योति रौतेला, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, कुछ घंटों बाद सभी को रिहा कर दिया गया।
“महिलाओं के अपमान का जवाब देगी जनता” – कांग्रेस
धरना स्थल पर महिला कार्यकर्ताओं ने “महिलाओं के सम्मान में, कांग्रेस मैदान में”, “बेटी की सुरक्षा, भाजपा से नहीं संभव”, “महिला उत्पीड़न की दोषी सरकार” जैसे नारे लगाए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है। अगर सरकार ने महिला अपराधों पर कार्रवाई नहीं की, तो राज्य भर में महिला जागरूकता और विरोध अभियान चलाया जाएगा।
ज्योति रौतेला ने कहा, “हमारी बेटियां डरी हुई हैं, हमारी महिलाएं असुरक्षित हैं और हमारी सरकार सो रही है। आज हमें पुलिस ने रोका, लेकिन कल हम हर गली-मोहल्ले में महिलाओं को जागरूक करने निकलेंगे। भाजपा को इसका राजनीतिक और नैतिक जवाब जरूर मिलेगा।”