
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले से आज सुबह आई एक दर्दनाक खबर ने पूरे प्रदेश को स्तब्ध कर दिया है। बदरीनाथ धाम की यात्रा पर निकले राजस्थान के यात्रियों का वाहन अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में गिर गया, जिससे कई लोगों की जान पर बन आई। अब तक दो यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अब भी लापता हैं। एसडीआरएफ, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं और रेस्क्यू अभियान तेजी से चलाया जा रहा है।
टक्कर के बाद अनियंत्रित हुआ वाहन, नदी में समाया
घटना सुबह लगभग 7:30 बजे की बताई जा रही है। राजस्थान के उदयपुर से आए तीर्थयात्रियों का समूह पहले केदारनाथ के दर्शन कर चुका था और आज सुबह बदरीनाथ की ओर रवाना हुआ था। लेकिन रुद्रप्रयाग से कुछ किलोमीटर आगे बढ़ने पर यह वाहन एक ट्रक की चपेट में आ गया, जिससे संतुलन बिगड़ने पर वाहन सीधे अलकनंदा नदी में जा गिरा। हादसे के बाद मची चीख-पुकार और अफरा-तफरी ने मौके को दिल दहला देने वाला बना दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वाहन जैसे ही ट्रक से टकराया, कुछ लोग गाड़ी से बाहर छिटककर गिर पड़े, जबकि अन्य यात्री सीधे नदी की तेज धारा में बह गए।
घायल चालक और यात्रियों ने बताया हादसे का पूरा हाल
घायल चालक सुमित, जो अब जिला अस्पताल में भर्ती है, ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि, “हम सभी बदरीनाथ की ओर जा रहे थे, तभी सामने से तेज रफ्तार में आए ट्रक ने हमारी गाड़ी को टक्कर मार दी। गाड़ी का संतुलन बिगड़ा और हम सीधे खाई की ओर गिरते चले गए।” घायल यात्रियों में शामिल भावना, जो उदयपुर से आई थीं, ने बताया कि “रात को हम रुद्रप्रयाग में रुके थे। सुबह लगभग 7:30 बजे हम बदरीनाथ के लिए निकले थे। तभी अचानक यह हादसा हो गया।”
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी प्रशासनिक मशीनरी
घटना की जानकारी मिलते ही रुद्रप्रयाग पुलिस, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी देते हुए बताया कि, “अब तक नौ लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इनमें दो की मौत हो चुकी है, जिनमें एक महिला शामिल हैं। बाकी आठ को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा गया है।” उन्होंने बताया कि घायलों में कई बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
दुर्घटना का मंजर भयावह, नदी में बहते मिले शव
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि वाहन के कई हिस्से क्षतिग्रस्त होकर नदी में बह गए। तीन लोग जो टक्कर के वक्त गाड़ी से बाहर छिटककर गिरे, उन्हें भी गहरी चोटें आई हैं और वे अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं नदी की तेज धारा में बहे कुछ यात्रियों की तलाश अब भी जारी है। घटनास्थल से करीब 40 किलोमीटर दूर शिवपुरी तक एक शव बहता हुआ मिला, जिसे रेस्क्यू टीमों ने निकाल लिया है।
तेज बहाव और दुर्गम स्थल बना रहे हैं बाधा
अलकनंदा नदी का क्षेत्र जहां हादसा हुआ, वह अत्यंत दुर्गम है और नदी की तेज धाराएं राहत कार्य में रुकावट पैदा कर रही हैं। एसडीआरएफ कमांडर ने बताया कि, “हमारे पास प्रशिक्षित गोताखोर हैं और आधुनिक उपकरणों की मदद से तलाश अभियान चल रहा है, लेकिन तेज बहाव और चट्टानी क्षेत्र कार्य में चुनौतियां पैदा कर रहे हैं।” स्थानीय ग्रामीणों ने भी बचाव कार्य में टीमों का सहयोग किया है और नदी के किनारे बचे हुए यात्रियों की खोज में मदद कर रहे हैं।
पुलिस जुटा रही है तकनीकी और प्रत्यक्षदर्शी साक्ष्य
घटना की गंभीरता को देखते हुए रुद्रप्रयाग पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। मौके पर मौजूद वाहनों की जांच की जा रही है, ट्रक ड्राइवर की तलाश जारी है और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, “हम चालक और घायलों से बयान ले रहे हैं। ट्रक नंबर की जानकारी मिली है और हम जल्द ही आरोपी ड्राइवर को पकड़ लेंगे।”
मुख्यमंत्री ने हादसे पर जताया शोक, जांच के आदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायलों के इलाज में कोई कमी न छोड़ी जाए और रेस्क्यू ऑपरेशन को युद्ध स्तर पर पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि, “इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए यातायात व्यवस्था को और सख्त किया जाएगा तथा यात्रा मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था का फिर से मूल्यांकन होगा।”