
फिरोजपुर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ड्रग्स और अवैध हथियारों के धंधे से जुड़े छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन अपराधियों के पास से ढाई किलो से अधिक हेरोइन, तीन पिस्तौल, 17 कारतूस और एक कार बरामद की है। यह कार्रवाई अलग-अलग इलाकों में गुप्त सूचनाओं के आधार पर की गई, जिसमें काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट, थाना सदर जीरा पुलिस, और बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) की सक्रिय भूमिका रही।
ड्रग्स की खेप और पाकिस्तान से ड्रोन की साजिश
फिरोजपुर के एसएसपी भूपेंद्र सिंह सिद्धू ने प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों में शामिल बलविंदर सिंह और चरणजीत कौर, निवासी गांव निहाले वाला, के पास से 1 किलो 815 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी लंबे समय से नशे की तस्करी से जुड़े हुए थे और इनका नेटवर्क सीमावर्ती गांवों तक फैला हुआ है।
वहीं एक अन्य आरोपी हरजिंदर सिंह से 280 ग्राम हेरोइन पकड़ी गई है, जो अलग-अलग जगहों पर सप्लाई करने की योजना बना रहा था। पुलिस को संदेह है कि यह खेप अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ी हो सकती है, जिसके संबंध पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए की जाने वाली सप्लाई से भी हो सकते हैं।
एसएसपी सिद्धू ने बताया कि हाल ही में बीएसएफ ने पाकिस्तान से भारतीय सीमा में ड्रोन के जरिए भेजी गई 475 ग्राम हेरोइन और 30 ग्राम अफीम को बरामद किया है। यह घटना सीमा पर लगातार हो रही नशा तस्करी की कोशिशों को उजागर करती है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।
अवैध हथियारों का सौदा करते काबू हुआ आरोपी
काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट, फिरोजपुर को गुप्त सूचना मिली थी कि अरमान गिल, निवासी चर्च रोड, अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में शामिल है और इस समय श्मशानघाट कैंट रोड पर ग्राहक का इंतजार कर रहा है। टीम ने बिना समय गंवाए बताई गई जगह पर दबिश दी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 30 बोर की एक पिस्तौल बरामद की गई। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि अरमान गिल पहले भी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है और उसके तार गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस अब उसके संपर्कों और नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।
जीरा से दो गिरफ्तार, एक फरार
थाना सदर जीरा पुलिस को मालीवाड़ा क्षेत्र के पास एक कार में नशा व हथियार की तस्करी की सूचना मिली थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नाका लगाकर कार को रोका और तलाशी ली। इसमें दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक आरोपी मौके से फरार हो गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जश्नप्रीत, निवासी झतरा, और देव, निवासी कोट इशेखां रोड, जीरा के रूप में हुई है। तलाशी में उनके पास से 32 बोर की दो पिस्तौलें और 17 कारतूस बरामद हुए।
पुलिस ने फरार आरोपी की पहचान गुरप्रताप सिंह, निवासी शाहवाला रोड, धक्का बस्ती, जीरा, के रूप में की है। उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है, और संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी जारी है।
गैंग नेटवर्क पर फोकस
एसएसपी भूपेंद्र सिंह सिद्धू ने बताया कि इन सभी मामलों को जोड़कर देखा जाए तो स्पष्ट होता है कि एक संगठित नेटवर्क सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है, जो नशा और हथियारों की तस्करी के जरिए युवाओं को बर्बाद करने में लगा है। पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज कर लिए हैं और जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ आरोपियों को गिरफ्तार करना नहीं है, बल्कि पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म करना है। आने वाले दिनों में इस तरह की और भी कार्रवाइयां होंगी।”
बीएसएफ और पुलिस का समन्वय
सीमा से सटे जिले फिरोजपुर में बीएसएफ और पंजाब पुलिस के बीच समन्वय को मजबूत किया गया है। ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से लगातार ड्रग्स की सप्लाई की कोशिशें हो रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए तकनीकी निगरानी, सर्विलांस ड्रोन, और बॉर्डर इंटेलिजेंस ग्रिड का इस्तेमाल किया जा रहा है।
एसएसपी सिद्धू ने बताया कि हाल के महीनों में बीएसएफ ने कई ड्रोन मार गिराए हैं और उनमें से बरामद ड्रग पैकेट सीधे इन गिरोहों से संबंधित पाए गए हैं। इस संदर्भ में केंद्र और राज्य स्तर पर उच्चस्तरीय बैठकें भी हो चुकी हैं।
युवाओं को नशे से दूर रखने का आह्वान
पुलिस अधीक्षक ने मीडिया के माध्यम से युवाओं और अभिभावकों से भी सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा, “नशा सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे समाज को बर्बाद करता है। हमें पुलिस और प्रशासन का सहयोग करते हुए अपने बच्चों को जागरूक बनाना होगा। अगर किसी को भी नशा या अवैध गतिविधियों की सूचना मिलती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।” उन्होंने कहा कि ‘ड्रग्स के खिलाफ जंग’ सिर्फ एक विभाग की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है।