
पंजाब में शनिवार को पुलिस प्रशासनिक ढांचे में बड़ा बदलाव देखने को मिला। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। यह फेरबदल सुरक्षा, इंटेलिजेंस और अपराध नियंत्रण की रणनीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से किया गया है। बदले गए अधिकारियों में कई अहम रेंज और यूनिट्स के डीआईजी और एआईजी शामिल हैं, जिनके कार्यक्षेत्रों में तुरंत प्रभाव से बदलाव लागू कर दिया गया है।
इस फेरबदल को राज्य सरकार की आंतरिक सुरक्षा, गैंगस्टर नेटवर्क पर कार्रवाई, और तकनीकी सेवाओं के आधुनिकीकरण के दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि आगामी महीनों में और भी बदलाव संभव हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अपराध दर या गुप्तचर तंत्र को सशक्त करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
नीलांबरी जगदाले को काउंटर इंटेलिजेंस एसएएस नगर का डीआईजी नियुक्त किया गया
2008 बैच की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नीलांबरी जगदाले को लुधियाना रेंज के डीआईजी पद से हटाकर एसएएस नगर (मोहाली) स्थित काउंटर इंटेलिजेंस विंग का डीआईजी नियुक्त किया गया है। यह पोस्ट बेहद संवेदनशील मानी जाती है, खासकर आतंकवाद रोधी अभियानों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की निगरानी के संदर्भ में।
जगदाले के इस तबादले को राज्य की इंटेलिजेंस क्षमताओं को और अधिक मजबूत करने के प्रयासों से जोड़कर देखा जा रहा है। उनके पास पहले भी इंटेलिजेंस और आतंकवाद रोधी अभियानों का लंबा अनुभव रहा है।
कुलदीप सिंह चहल को मिला दोहरी जिम्मेदारी का दायित्व
2009 बैच के आईपीएस अधिकारी कुलदीप सिंह चहल को पटियाला रेंज के डीआईजी के साथ-साथ तकनीकी सेवाएं (Technical Services) के डीआईजी का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। तकनीकी सेवाएं विभाग आधुनिक पुलिसिंग में एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसमें साइबर अपराध नियंत्रण, निगरानी उपकरणों का संचालन और तकनीकी विश्लेषण शामिल हैं।
चहल की कार्यशैली और तकनीकी मामलों में दक्षता को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। पटियाला जैसे संवेदनशील और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जिले की जिम्मेदारी के साथ तकनीकी दायित्व उन्हें एक प्रमुख भूमिका में ले आता है।
डॉ. नानक सिंह की तैनाती अमृतसर बॉर्डर रेंज में
डॉ. नानक सिंह, जो अब तक पटियाला रेंज के डीआईजी थे, को अमृतसर बॉर्डर रेंज का डीआईजी नियुक्त किया गया है। भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे इस क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियां हमेशा से अधिक रही हैं, और यहां पर अनुभवी अफसरों की तैनाती की जाती है। नानक सिंह को अमृतसर में तैनात करना इस बात का संकेत है कि सरकार सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है, जहां तस्करी, आतंकवाद और घुसपैठ जैसे गंभीर खतरे बने रहते हैं।
सतिंदर सिंह को लुधियाना रेंज का डीआईजी बनाया गया
सतिंदर सिंह, जो अब तक अमृतसर बॉर्डर रेंज के डीआईजी थे, को अब लुधियाना रेंज का डीआईजी बनाया गया है। लुधियाना पंजाब का सबसे बड़ा औद्योगिक और व्यावसायिक शहर है, जहां कानून व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होती है। उनकी नियुक्ति को लुधियाना में बढ़ते अपराधों और गैंगस्टर गतिविधियों पर लगाम कसने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
गुरमीत सिंह चौहान को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स में जिम्मेदारी
गुरमीत सिंह चौहान को एसएएस नगर स्थित एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) का डीआईजी नियुक्त किया गया है। यह यूनिट राज्य में तेजी से बढ़ते गैंगस्टर नेटवर्क और ड्रग ट्रैफिकिंग से लड़ने के लिए बनाई गई है। मुख्यमंत्री मान सरकार ने बीते कुछ महीनों में गैंगस्टर नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई बड़े ऑपरेशन चलाए हैं, जिनमें एजीटीएफ की भूमिका काफी अहम रही है। चौहान की अगुवाई में इस यूनिट से और आक्रामक कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
नवीन सैनी को मिला क्राइम डीआईजी का चार्ज
नवीन सैनी को पंजाब पुलिस में क्राइम डीआईजी की जिम्मेदारी दी गई है। यह पद अपराधों की निगरानी और जांच की दिशा में बेहद अहम होता है। राज्य में बढ़ते संगठित अपराध, ड्रग माफिया और अंतरराज्यीय अपराध नेटवर्क को देखते हुए इस पद पर अनुभवी अधिकारी की आवश्यकता थी। सैनी के कार्यकाल से राज्य सरकार को उम्मीद है कि संगठित अपराध पर अंकुश लगेगा और जांच प्रक्रियाओं में पारदर्शिता व तेजी आएगी।
ध्रुव दहिया को काउंटर इंटेलिजेंस का एआईजी बनाया गया
ध्रुव दहिया, जो एक उभरते हुए युवा आईपीएस अधिकारी हैं, को काउंटर इंटेलिजेंस का एआईजी नियुक्त किया गया है। इस पद की जिम्मेदारी आतंकवाद और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर नजर रखने की होती है। दहिया को आधुनिक इंटेलिजेंस प्रणाली और डिजिटल ट्रैकिंग का अच्छा अनुभव है। उनकी तैनाती से इंटेलिजेंस विंग को तकनीकी रूप से और मजबूत करने की दिशा में कदम माना जा रहा है।
डी. सुदरविझी को इंटरनल सिक्योरिटी एआईजी बनाया गया
2013 बैच के अधिकारी डी. सुदरविझी को एसएएस नगर स्थित इंटरनल सिक्योरिटी एआईजी का प्रभार दिया गया है। यह जिम्मेदारी राज्य की आंतरिक सुरक्षा को संभालने, साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और संवेदनशील सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए होती है। सुदरविझी की नियुक्ति यह दर्शाती है कि सरकार युवा अफसरों को जिम्मेदार पदों पर मौका देकर नई ऊर्जा और दृष्टिकोण लाना चाहती है।