
पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में चल रही ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम के तहत एक बार फिर नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) और राजस्थान पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। यह नेटवर्क पाकिस्तान आधारित तस्कर तनवीर शाह और कनाडा आधारित ड्रग हैंडलर जोबन क्लेर द्वारा संचालित किया जा रहा था।
इस ऑपरेशन के दौरान राजस्थान के बाड़मेर में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास से 60.302 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है और इसने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।
4 राज्यों में फैला नेटवर्क, 9 आरोपी गिरफ्तार
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने जानकारी दी कि इस ऑपरेशन के दौरान पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर से कम से कम 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें तस्कर और हवाला ऑपरेटर दोनों शामिल हैं। यह गिरफ्तारी बताती है कि ड्रग माफिया का नेटवर्क बहुस्तरीय और अंतरराज्यीय है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान:
गगनदीप सिंह उर्फ गगन (23), गांव रामपुरा, अमृतसर
जशनप्रीत सिंह उर्फ जशन (20), गांव खुरमनियां, अमृतसर
गुरसाहिब सिंह (25), गांव बोपाराय बाज, अमृतसर (मुख्य आरोपी)
राजीव पंजगोत्रा उर्फ राजवीर (29), गांव कल्याणा, जम्मू-कश्मीर
सोमनाथ (62), फतेहपुर ब्राह्मणा, जम्मू-कश्मीर
पुरुषोत्तम सिंह उर्फ काला (50), सिम्बल कैंप, जम्मू
कुलविंदर सिंह (24), गांव मूलेचक, अमृतसर
रजिंदर कौर (42), गांव टांडा, जम्मू-कश्मीर
एक हवाला ऑपरेटर, नाम उजागर नहीं किया गया
जेल से ऑपरेट हो रहा था नेटवर्क
जांच में चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ है कि इस ड्रग कार्टेल को मुख्य किंगपिन गुरसाहिब सिंह द्वारा गोइंदवाल साहिब जेल से ऑपरेट किया जा रहा था। वह मोबाइल फोन के माध्यम से नेटवर्क को संचालित कर रहा था, जो जेल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। पुलिस ने बताया कि गुरसाहिब सिंह को पहले 1 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेज दिया गया, लेकिन वहीं से उसने अपने भतीजे जशनप्रीत और साथी गगनदीप सिंह के माध्यम से नेटवर्क चलाना जारी रखा। इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद ही बाड़मेर में मिली 60 किलो हेरोइन का सूत्र हाथ लगा।
हवाला नेटवर्क का भी पर्दाफाश
इस ऑपरेशन के दौरान एक हवाला ऑपरेटर की गिरफ्तारी से यह भी स्पष्ट हुआ कि ड्रग मनी को हवाला के जरिए ट्रांसफर किया जा रहा था। यह ड्रग मनी अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान और कनाडा में मौजूद सरगनाओं तक पहुंचाई जाती थी। यह तंत्र धोखाधड़ी, हवाला लेन-देन और आतंकवाद के लिए वित्तपोषण जैसे खतरनाक रास्तों से जुड़ा हुआ था।
अमृतसर पुलिस के नेतृत्व में की गई कार्रवाई
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने किया। उनके साथ डीसीपी (D) रविंदरपाल सिंह, एडीसीपी (D) जगबिंदर सिंह, एसीपी यादविंदर सिंह, एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह, एसएचओ विनोद शर्मा, और सीआईए प्रभारी अमोलकदीप सिंह व रवि कुमार शामिल थे। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि यह ऑपरेशन बीते महीने शुरू किया गया था जब गुरसाहिब सिंह को 1 किलो हेरोइन के साथ पकड़ा गया था।
पाकिस्तान-कनाडा लिंक की गहन जांच जारी
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस नेटवर्क का सीधा संबंध पाकिस्तान में छिपे तस्कर तनवीर शाह और कनाडा में बैठे हैंडलर जोबन क्लेर से है। पाकिस्तान से ड्रग्स की खेप सीमा पार भेजी जाती थी, जिसे राजस्थान के रास्ते पंजाब में वितरित किया जाता था। यह मॉडल लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा था लेकिन अब पुलिस की सक्रियता से इसका भंडाफोड़ हुआ है। तनवीर शाह से जुड़े 5 अन्य लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के लिए तेजी से छापेमारी की जा रही है।
NDPS एक्ट के तहत FIR दर्ज
इस संबंध में अमृतसर के थाना छेहर्टा में FIR नंबर 118, दिनांक 17 जून 2025 को NDPS एक्ट की धारा 21-B, 21-C, 27-B और 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री मान ने दी कड़ी चेतावनी
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस सफलता के लिए पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए कहा: “हमने नशे के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया है और कोई भी तस्कर बख्शा नहीं जाएगा। यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।” मुख्यमंत्री ने यह भी संकेत दिया कि जेलों में मोबाइल फोन की मौजूदगी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और जेल प्रशासन की जवाबदेही तय की जाएगी।