
पंजाब पुलिस ने अमृतसर ग्रामीण के रामदास क्षेत्र में एक सफल ऑपरेशन को अंजाम देते हुए आतंकवाद से जुड़े जीवन फौजी मॉड्यूल के दो प्रमुख गुर्गों — विशाल मसीह और लवप्रीत सिंह उर्फ लव — को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई ने राज्य में एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है और आतंक के नेटवर्क पर पुलिस की पकड़ को फिर से मजबूत किया है।
पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने सोमवार को प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि दोनों आरोपियों को काफी समय से ट्रैक किया जा रहा था। जब पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया, तो दोनों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने सूझबूझ से काम लेते हुए दोनों को जिंदा पकड़ लिया।
भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद
मुठभेड़ के बाद की गई तलाशी में पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध हथियार, गोलियां, विस्फोटक सामग्री और संचार उपकरण बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये हथियार राज्य में किसी हाई-प्रोफाइल व्यक्ति या सार्वजनिक स्थान को निशाना बनाने की योजना से रखे गए थे।
DGP गौरव यादव ने बताया कि बरामद हथियारों में अत्याधुनिक पिस्तौल, मैगजीन, डेटोनेटर, और IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) शामिल हैं। यह भी शक जताया जा रहा है कि इन विस्फोटकों की आपूर्ति विदेशी नेटवर्क के माध्यम से की गई थी।
UAPA और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज
रामदास थाने में दर्ज प्राथमिकी में दोनों आरोपियों पर यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) और विस्फोटक अधिनियम के अंतर्गत गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दोनों से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है।
पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह केवल दो लोगों की गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक संगठित आतंकवादी नेटवर्क छिपा हुआ है। हमारी कोशिश है कि इस मॉड्यूल के सभी सक्रिय सदस्यों और सहयोगियों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाए।”
कौन है जीवन फौजी और उसका नेटवर्क?
जीवन फौजी नाम का यह आतंकी फिलहाल पाकिस्तान में रह रहा है और विभिन्न आतंकी संगठनों से जुड़कर ड्रोन, सोशल मीडिया और हवाला नेटवर्क के जरिए पंजाब में आतंकी गतिविधियां संचालित कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में उसने कई युवाओं को बहलाकर हथियारों और पैसों का लालच देकर उन्हें अपने नेटवर्क में शामिल किया है।
विशाल मसीह और लवप्रीत सिंह इसी मॉड्यूल के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं, जो जीवन फौजी के इशारे पर काम कर रहे थे। यह भी पता चला है कि इन्हें ड्रोन के माध्यम से हथियार की डिलीवरी दी जाती थी।
राज्य की सुरक्षा पर फिर बड़ा सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। यह स्पष्ट है कि राज्य के सीमावर्ती इलाकों में विदेशी फंडिंग और आतंकी घुसपैठ की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। हालांकि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के कारण कई हमले समय रहते टल गए हैं, लेकिन खतरा अब भी टला नहीं है।
DGP यादव ने कहा: “पुलिस हर स्तर पर सतर्क है और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इस ऑपरेशन से हमें जीवन फौजी मॉड्यूल की कार्यप्रणाली को समझने में भी बड़ी मदद मिलेगी।”