
पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ छेड़े गए निर्णायक अभियान को अब जन आंदोलन का स्वरूप मिल गया है। कपूरथला जिले में आयोजित एक भव्य जनसभा में विलेज डिफेंस कमेटियों, वार्ड डिफेंस कमेटियों, सरपंचों, पंचों, नंबरदारों और काउंसलरों ने सरकार के साथ मिलकर नशे की बुराई को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया। रेल कोच फैक्ट्री-सुल्तानपुर रोड पर आयोजित इस विशाल समारोह में राज्य के तीन कैबिनेट मंत्री — कुलदीप सिंह धालीवाल, लाल चंद कटारूचक, और मोहिंदर भगत — विशेष रूप से उपस्थित रहे।
नशे के खिलाफ जन अभियान की घोषणा
कार्यक्रम के दौरान पंजाब सरकार की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि अब नशे के खिलाफ लड़ाई सिर्फ प्रशासनिक या राजनीतिक नहीं, बल्कि जन भागीदारी से चलने वाला सामाजिक आंदोलन बन चुकी है। हजारों की संख्या में एकत्र लोगों ने मंच से यह घोषणा की कि वे नशा विरोधी मुहिम को हर गली, मोहल्ले और गांव तक पहुंचाएंगे।
प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा: “पंजाब सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक नशे की सप्लाई लाइन को पूरी तरह से खत्म नहीं कर दिया जाता। ये लड़ाई सरकार अकेले नहीं, बल्कि जनता के साथ मिलकर लड़ेगी।”
7 मई से ‘नशा मुक्ति यात्रा’ की शुरुआत
मंत्री धालीवाल ने घोषणा की कि 7 मई से पूरे पंजाब में ‘नशा मुक्ति यात्रा’ शुरू की जाएगी, जो प्रत्येक ब्लॉक के तीन गांवों में जाकर लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से जागरूक करेगी और समाज को इसके खिलाफ एकजुट करेगी। इस यात्रा के माध्यम से सरकार न केवल नशा तस्करों को सामाजिक रूप से बहिष्कृत करने का आह्वान करेगी, बल्कि युवाओं को पुनर्वास और रोजगार के रास्ते पर लाने के लिए भी प्रेरित करेगी।
तस्करों पर टूटेगा शिकंजा, काली कमाई पर वार
मंत्री धालीवाल ने जोर देते हुए कहा कि नशा तस्करों की काली कमाई से बनाए गए महलों को “ढहा दिया जाएगा” और राज्य भर में एक मजबूत संदेश भेजा जाएगा कि पंजाब में नशे के कारोबार को कोई स्थान नहीं मिलेगा। उन्होंने वहां मौजूद हजारों लोगों को नशा तस्करों की किसी भी तरह की सहायता न करने और मुहिम का हिस्सा बनने की शपथ दिलाई।
युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों की सौगात
खाद्य और सिविल सप्लाई मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा: “पंजाब सरकार ने अब तक 55,000 युवाओं को मैरिट के आधार पर सरकारी नौकरी दी है। इससे नशे की ओर झुक रहे युवाओं को न केवल दिशा मिली है, बल्कि भविष्य की नई उम्मीद भी जगी है।” उन्होंने कहा कि नशे की बुराई से तभी छुटकारा पाया जा सकता है जब समाज का हर वर्ग आगे आकर इस मुहिम में सक्रिय भूमिका निभाए।
आम आदमी पार्टी की सरकार का संकल्प
कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने नशे के खिलाफ युद्ध को जमीन स्तर पर लड़ने की रणनीति अपनाई है। उन्होंने कहा,“यह सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को बचाने की लड़ाई है। हम इसे हर हाल में जीतेंगे।”
नशा छुड़ाओ केंद्रों की क्षमता में बढ़ोतरी
सरकार ने नशा मुक्ति के इच्छुक व्यक्तियों के लिए पुनर्वास सेवाओं को और सशक्त किया है। मंत्री धालीवाल ने बताया कि राज्य भर के नशा छुड़ाओ केंद्रों में 5000 नए बेड जोड़े गए हैं, ताकि जो युवा नशा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं, उन्हें हरसंभव सहायता मिल सके।
प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार पंचाल और एसएसपी गौरव तूरा ने जिला प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में तस्करों के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है और नशे से जुड़े अपराधों में तेजी से चार्जशीट दायर की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और गांवों में जागरूकता कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाई गई है, ताकि युवा पीढ़ी नशे के दलदल में फंसने से बच सके।
जनसभा में सांस्कृतिक माध्यम से जागरूकता
कार्यक्रम में पटियाला से आई तमाशा आर्ट्स टीम ने नशे के दुष्प्रभावों पर आधारित एक सशक्त नाटक प्रस्तुत किया। इस नाटक के माध्यम से जनता को बताया गया कि नशा किस प्रकार व्यक्ति, परिवार और समाज को बर्बाद कर देता है।
यह सांस्कृतिक प्रस्तुति दर्शकों के लिए एक प्रभावशाली संदेश बन गई, जिसे देखकर लोगों ने कहा कि अब वे इस बुराई के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे।
पानी के मुद्दे पर भी सरकार का सख्त रुख
कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्रियों ने पंजाब के जल संसाधनों की रक्षा को लेकर भी स्पष्ट रुख अपनाया। उन्होंने कहा: “पंजाब के पास न तो अतिरिक्त पानी है और न ही राज्य की एक बूंद पानी भी किसी और को दी जाएगी।” उन्होंने कहा कि जल अधिकारों को लेकर सरकार हरसंभव प्रशासनिक, कानूनी और राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी और अगर जरूरत पड़ी तो *“जेलें भरनी पड़ेंगी, लेकिन पानी नहीं देंगे।”