जलागम विभाग उत्तराखंड द्वारा संचालित ग्रीन-एजी (GEF-6) परियोजना के अंतर्गत WWF इंडिया के सहयोग से एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन राजाजी टाइगर रिजर्व के गौहरी रेंज, कुनाऊ (यमकेश्वर, जनपद पौड़ी गढ़वाल) स्थित वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय में किया गया।
बैठक की अध्यक्षता परियोजना निदेशक-जैफ 6, कहकशां नसीम (IFS) ने की। इस बैठक का उद्देश्य ग्रीन-एजी परियोजना के तहत वन संरक्षण, सामुदायिक सहभागिता एवं सतत आजीविका सुदृढ़ीकरण को आगे बढ़ाना था।
बैठक में शामिल प्रतिभागी एवं मुख्य बिंदु
बैठक में WWF से पंकज जोशी वन क्षेत्राधिकारी राजेश जोशी, डिप्टी रेंजर कौठियाल, ग्रीन-एजी परियोजना (वाटरशेड विभाग, यमकेश्वर) से कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन मंजू चौहान एवं मदन लाल EDC अध्यक्ष प्रदीप रावत VVPF लीडर सुरेश पयाल तथा EDC एवं VVPF के सदस्य एवं कुनाऊ ग्रामसभा के ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
WWF टीम ने बताया कि EDC (इको-डेवलपमेंट कमेटी) और VVPF (विलेज वॉलंटियरी प्रोटेक्शन फोर्स) समितियाँ ग्रामीणों को वन संरक्षण, जैव विविधता प्रबंधन, वनाग्नि नियंत्रण एवं सतत आजीविका से जोड़ने का सशक्त माध्यम हैं।
WWF प्रतिनिधि प्रदीप जोशी ने बताया कि WWF, ग्रीन-एजी परियोजना के सहयोग से VVPF समितियों को संगठित एवं सशक्त रूप से आगे बढ़ाएगा, ताकि स्थानीय सहभागिता बढ़े और सामुदायिक वन प्रबंधन को नई दिशा मिले।
ग्रामीण सहभागिता एवं सुझाव
कुनाऊ ग्राम के ग्रामीणों ने मधुमक्खी पालन, फूल उत्पादन, पॉलीहाउस खेती एवं मशरूम उत्पादन जैसी कृषि-आधारित आजीविका गतिविधियों में गहरी रुचि व्यक्त की।
उन्होंने विभाग से प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग एवं वित्तीय सहायता की मांग की, जिससे स्थानीय स्तर पर सतत आजीविका एवं पर्यावरणीय संरक्षण दोनों को बल मिल सके।
WWF टीम ने बताया कि ग्रीन-एजी परियोजना के तहत नेचर गाइड प्रशिक्षण, बर्ड वॉचिंग प्रोग्राम, माइको-प्लान कार्यशाला, EDC प्रशिक्षण सत्र एवं फॉरेस्ट फायर मैनेजमेंट वर्कशॉप जैसी गतिविधियाँ पहले से संचालित हैं।
इनका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं में पर्यावरणीय चेतना, कौशल विकास और सामुदायिक भागीदारी को सशक्त करना है।
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