

जुनून सच दिखाने का
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने घोषणा की है कि एक अक्तूबर 2024 से यमुना एक्सप्रेसवे पर नई टोल दरें लागू होंगी। इस निर्णय के तहत, विभिन्न प्रकार के वाहनों पर लगने वाले टोल में 5 से 12 फीसदी तक की वृद्धि की गई है। यह बदलाव यात्रियों और परिवहन कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके यात्रा खर्च पर प्रभाव डाल सकता है।
यीडा की 82वीं बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया। नई दरों के अनुसार, विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए टोल शुल्क निम्नलिखित होंगे:
ये टोल दरें ग्रेटर नोएडा से आगरा तक की यात्रा के लिए लागू होंगी।
इससे पहले, यमुना एक्सप्रेसवे पर टोल दरें 2021-22 में बढ़ाई गई थीं। नई दरें पिछले चार सालों में पहले से लागू दरों की तुलना में अधिक हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्राधिकरण लगातार टोल दरों की समीक्षा कर रहा है और यात्रियों को उचित सेवाएं प्रदान करने की कोशिश कर रहा है।
नई टोल दरों का सीधा असर उन लाखों यात्रियों पर पड़ेगा, जो यमुना एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं। इस एक्सप्रेसवे का उपयोग न केवल व्यक्तिगत यात्रियों द्वारा किया जाता है, बल्कि यह वाणिज्यिक परिवहन के लिए भी एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस वृद्धि का असर वस्तुओं के परिवहन की लागत पर पड़ेगा, जो अंततः उपभोक्ताओं तक पहुंचेगा। इसका मतलब यह है कि विभिन्न उत्पादों की कीमतों में भी वृद्धि हो सकती है, खासकर उन सामानों की जिनका परिवहन यमुना एक्सप्रेसवे से होता है।
यीडा के अधिकारियों का कहना है कि टोल दरों में वृद्धि आवश्यक थी ताकि एक्सप्रेसवे की देखभाल और विकास के लिए संसाधन जुटाए जा सकें। उनका कहना है कि इन नई दरों से मिली आय का उपयोग एक्सप्रेसवे के रखरखाव और विकास में किया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।