
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। इसी क्रम में पंजाब सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए घोषणा की है कि राज्य भर के सभी शैक्षणिक संस्थान — स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय — सोमवार यानी 12 मई से पुनः खोले जाएंगे। अब राज्य में नियमित कक्षाएं और परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संचालित होंगी।
पिछले कुछ सप्ताह से भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव के चलते पंजाब सीमा से लगे इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही थी। संभावित खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने 1 मई को राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन अब, संघर्ष विराम और हालात सामान्य होने के बाद, सरकार ने संस्थानों को दोबारा खोलने का निर्णय लिया है।
स्थिति नियंत्रण में, सुरक्षा के साथ संस्थानों को खोलने की अनुमति
पंजाब सरकार के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने रविवार को जानकारी दी कि राज्य में अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और शिक्षण संस्थानों को सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ खोलने की अनुमति दी जा रही है। प्रवक्ता ने कहा, “हमारी सेना और सुरक्षा बलों की बहादुरी व तत्परता के कारण ही आज राज्य में सामान्य स्थिति बहाल हो सकी है। हम अपने जवानों के साहस को सलाम करते हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि यह निर्णय सभी संबंधित विभागों — गृह, शिक्षा और सुरक्षा एजेंसियों — के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। सीमावर्ती जिलों में भी सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
शिक्षा विभाग की गाइडलाइन और दिशा-निर्देश
पंजाब के शिक्षा विभाग ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे संचालन के दौरान सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। इन दिशा-निर्देशों में प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
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स्कूल-कॉलेज परिसरों में प्रवेश के समय सुरक्षा जांच अनिवार्य होगी।
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संवेदनशील जिलों में सुरक्षा बलों की तैनाती जारी रहेगी।
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किसी भी अफवाह से बचने के लिए संस्थान नियमित रूप से छात्रों और अभिभावकों को सूचना देंगे।
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किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित सूचना प्रणाली को सक्रिय किया जाएगा।
शिक्षा सचिव ने कहा कि “इस कठिन समय में छात्रों की पढ़ाई को प्राथमिकता देना आवश्यक है। हम सभी संस्थानों से अपेक्षा करते हैं कि वे अनुशासन और सावधानी के साथ संचालन सुनिश्चित करें।”
संघर्ष विराम के बाद की स्थिति
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बाद आखिरकार दोनों देशों ने संघर्ष विराम पर सहमति जताई थी। भारतीय सेना की सख्त कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने चार दिन के भीतर युद्ध विराम की अपील की थी। इसके बाद से ही सीमावर्ती क्षेत्रों में सामान्य स्थिति लौटने लगी है।
पंजाब में अब रेल और सड़क परिवहन भी सामान्य रूप से संचालित हो रहा है। बाजारों में रौनक लौट आई है और लोगों का जनजीवन पटरी पर आ रहा है।
प्रशासन की अपील: अफवाहों से बचें, सतर्क रहें
हालांकि हालात सामान्य हो रहे हैं, फिर भी प्रशासन ने जनता से सतर्कता बनाए रखने की अपील की है। विशेष रूप से अभिभावकों और शिक्षकों से अनुरोध किया गया है कि वे छात्रों को किसी भी भ्रामक जानकारी से बचाएं और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ही विश्वास करें।
राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने कहा, “सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”