
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के असर अब पंजाब की सरहदों पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। पाकिस्तान की बौखलाहट और सीमाओं पर संभावित सैन्य प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार और सुरक्षाबलों ने पूरे राज्य को हाई अलर्ट मोड में डाल दिया है।
भारतीय सेना की एयरस्ट्राइक और मिसाइल हमलों के बाद पंजाब के सीमावर्ती जिलों में न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, बल्कि कई एहतियाती कदमों के तहत आम जनजीवन पर भी असर पड़ने लगा है।
सीमा पर सेना एक्टिव, पुलिस की छुट्टियां रद्द
पाकिस्तान के साथ लगती 532 किलोमीटर लंबी सीमा वाले पंजाब के पांच प्रमुख सीमावर्ती जिलों – फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, गुरदासपुर और अमृतसर – में सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बढ़ा दी है।
पंजाब पुलिस के महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने स्पष्ट आदेश देते हुए कहा कि राज्य भर के सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। बिना सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के कोई भी छुट्टी स्वीकृत नहीं की जाएगी। केवल आपातकालीन स्थिति में ही छुट्टी की मंजूरी दी जाएगी।
मॉक ड्रिल से युद्ध जैसे हालात की तैयारी
बुधवार देर शाम राज्य के 20 जिलों में सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात में नागरिकों की तैयारी और प्रशासनिक प्रतिक्रिया को परखना था। सायरन बजाए गए, बंकरों की जांच की गई और आम लोगों को आपातकालीन दिशा-निर्देशों के बारे में जागरूक किया गया।
एयरपोर्ट व कॉरिडोर बंद, बॉर्डर सेरेमनी पर रोक
सरकार ने सुरक्षा कारणों के चलते अमृतसर और मोहाली एयरपोर्ट को 10 मई तक बंद करने का आदेश दिया है। ये दोनों एयरपोर्ट अब भारतीय वायुसेना के नियंत्रण में रहेंगे।
इसके अलावा, करतारपुर कॉरिडोर, जो भारत-पाकिस्तान के बीच धार्मिक संबंधों का प्रतीक है, अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। वहीं, सादकी, हुसैनीवाला और अटारी-वाघा बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को भी सुरक्षा के मद्देनजर रोक दिया गया है।
सरहदी स्कूल-कॉलेज बंद
फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, गुरदासपुर और अमृतसर जैसे सीमावर्ती जिलों के बॉर्डर एरिया में स्थित सभी स्कूल और कॉलेज को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। यह आदेश अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।
यह निर्णय बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है, ताकि किसी भी संभावित स्थिति में उन्हें नुकसान न पहुंचे।
राशन की दुकानों पर उमड़ी भीड़, आपूर्ति स्थिर
जालंधर समेत कई जिलों में युद्ध की आशंका को लेकर राशन की दुकानों के बाहर लंबी लाइनें देखी गईं। लोगों ने आटा, चावल, दाल और आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करना शुरू कर दिया है।
हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि राशनिंग जैसी कोई योजना लागू नहीं की गई है और वर्तमान में खाद्य आपूर्ति सामान्य रूप से जारी है। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की गई है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पाकिस्तान की निंदा की
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में LOC के पास स्थित एक गुरुद्वारा साहिब पर पाकिस्तान की ओर से बमबारी की घटना की कड़ी आलोचना की है। इस हमले में भाई अमरीक सिंह, अमरजीत सिंह, रंजीत सिंह, रूबी कौर और एक रागी सिंह की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा, “पाकिस्तान ने धर्मस्थलों को भी नहीं छोड़ा। यह अत्यंत निंदनीय और अमानवीय है। भारत सरकार को इस पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कड़ा कदम उठाना चाहिए।”