
भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक निर्णायक मोड़ ले लिया है। मंगलवार और बुधवार की रात को अंजाम दिए गए इन सटीक और योजनाबद्ध हमलों में न केवल 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया, बल्कि कांधार हाईजैक के मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर को भी मौत के घाट उतार दिया गया।
यह ऑपरेशन, जो अभी भी जारी है, भारत की सैन्य और रणनीतिक क्षमता का एक स्पष्ट प्रदर्शन है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों को उनके सुरक्षित ठिकानों में घुसकर खत्म किया गया है, और अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक आतंक का हर ठिकाना तबाह नहीं हो जाता।”
अब्दुल रऊफ अजहर: आतंक का अंतरराष्ट्रीय चेहरा
अब्दुल रऊफ अजहर केवल भारत का ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी वांछित आतंकियों में शामिल था। वह 1999 में काठमांडू से दिल्ली आ रही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 के हाईजैक का मास्टरमाइंड था। इस घटना ने भारत को आतंक के खिलाफ नई रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया था, क्योंकि हाईजैक के बाद भारत को जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर, उमर शेख और अहमद जरगर को रिहा करना पड़ा था।
रऊफ अजहर की भूमिका सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं थी। उसकी संलिप्तता 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के अमेरिकी-यहूदी पत्रकार डैनियल पर्ल के अपहरण और हत्या में भी पाई गई थी। पर्ल की हत्या ने पूरी दुनिया को आतंक की क्रूरता से अवगत कराया था।
ऑपरेशन सिंदूर: सटीकता से अंजाम दिया गया जवाबी हमला
भारतीय सेना द्वारा अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पीओके के बहावलपुर और मुरिदके स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन ठिकानों को आतंकियों की ट्रेनिंग और हथियारों के लॉजिस्टिक्स सपोर्ट के रूप में उपयोग किया जा रहा था। भारतीय वायुसेना के साथ-साथ थलसेना ने भी इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय मिसाइल हमलों में कम से कम 100 आतंकियों की मौत हुई है, जिनमें कई शीर्ष कमांडर और प्रशिक्षक शामिल हैं। इनमें से सबसे बड़ी कामयाबी रऊफ अजहर की मौत मानी जा रही है। यह हमला रात में अंधेरे के बीच किया गया और इसका लक्ष्य उच्च-सटीकता वाली गाइडेड मिसाइलों से तय किया गया था।
पाकिस्तान की स्वीकारोक्ति और बौखलाहट
भारत की कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने खुद यह स्वीकार किया है कि हमले में उसके “कई नागरिक” मारे गए हैं — यह परोक्ष रूप से आतंकियों की मौजूदगी को स्वीकार करने जैसा है। पाकिस्तान सरकार और सेना की ओर से कोई स्पष्ट बयान तो नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि हमले के बाद आर्मी जनरल हेडक्वार्टर (GHQ) रावलपिंडी में आपात बैठक बुलाई गई थी।
इस हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन तेज कर दिया है। भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में भारी गोलाबारी की है। मोर्टार और भारी कैलिबर तोपों का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, भारतीय सेना ने भी पूरी तैयारी के साथ पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
भारत की रणनीति: आक्रामक रक्षा नीति की ओर कदम
‘ऑपरेशन सिंदूर’ इस बात का प्रतीक है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ केवल प्रतिक्रिया तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि रणनीतिक और आक्रामक रक्षा नीति की ओर बढ़ रहा है। सेना और सरकार की यह नई नीति संकेत देती है कि अगर भारत के नागरिकों पर हमला होगा, तो उसके जवाब में आतंकियों को सुरक्षित ठिकानों में नहीं छोड़ा जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात को दोहराते हुए कहा, “भारत अब केवल सहने वाला राष्ट्र नहीं है। हम पर हमला करने वालों को उन्हीं की भाषा में जवाब देंगे। ऑपरेशन सिंदूर एक प्रारंभ है — हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक आतंकवाद की जड़ें पूरी तरह समाप्त नहीं हो जातीं।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और सुरक्षा विश्लेषण
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों ने भारत की इस कार्रवाई को “सटीक और रणनीतिक रूप से समयबद्ध” बताया है। अमेरिका और फ्रांस के रणनीतिक थिंक टैंकों ने इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया है। अमेरिका की एक सुरक्षा रिपोर्ट में कहा गया, “रऊफ अजहर जैसे आतंकी की मौत न केवल भारत बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी एक बड़ी राहत है।”
भारत के इस कदम को संयुक्त राष्ट्र में भी समर्थन मिल सकता है, क्योंकि रऊफ अजहर पहले से ही संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित वैश्विक आतंकवादी था।
देश में बढ़ी सतर्कता
भारत में इस ऑपरेशन के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। खासकर जम्मू-कश्मीर, पंजाब, और राजस्थान में सीमा से सटे इलाकों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। BSF, CRPF और स्थानीय पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली, मुंबई, और बेंगलुरु जैसे प्रमुख महानगरों में भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि पाक समर्थित आतंकी संगठन भारत में बदले की कार्यवाही की योजना बना सकते हैं।