
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात 8 बजे देश को संबोधित कर सकते हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान में किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” और उसके बाद उत्पन्न स्थिति पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। यह संबोधन ऐसे समय हो रहा है जब दोनों देशों के बीच सीमाओं पर एक बार फिर संघर्ष विराम लागू किया गया है।
प्रधानमंत्री का यह संबोधन इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार होगा जब देश को शीर्ष स्तर से आधिकारिक रूप में घटनाक्रम की जानकारी दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, मोदी देश को भारत की सैन्य क्षमता, रणनीतिक स्थिति और भविष्य की दिशा के बारे में अवगत करा सकते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमाओं की स्थिति
ऑपरेशन सिंदूर, जो 7 मई को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर चलाया गया था, उसके बाद से भारत-पाक सीमा पर तनाव चरम पर था। भारत के इस निर्णायक सैन्य अभियान ने पाकिस्तान की सरजमीं पर स्थित कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमले की नाकाम कोशिशें कीं।
भारतीय सेना ने चार दिनों तक चले इस संघर्ष में एयर डिफेंस सिस्टम, लड़ाकू विमान, ड्रोन और मिसाइलों का प्रयोग कर पाकिस्तान के हमलों को पूरी तरह नाकाम किया। इसके बाद पाकिस्तान को संघर्ष विराम की गुहार लगानी पड़ी, जिसे भारत ने अपनी शर्तों पर स्वीकार किया।
भारत का रक्षा तंत्र: सशक्त और सटीक
ऑपरेशन के बाद पहली बार तीनों सेनाओं के सैन्य महानिदेशक स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी दी। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (थल सेना), एयर मार्शल ए.के. भारती (वायु सेना), और वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद (नौसेना) ने संयुक्त प्रेस वार्ता में सेना की तैयारियों का खाका पेश किया।
तीनों अधिकारियों ने एकमत से कहा कि भारत के पास अत्याधुनिक और विस्तारित वायु रक्षा तंत्र है, जो किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया,
“जब-जब पाकिस्तान ने हमारे एयरफील्ड पर हमले किए, तब-तब हमारा एयर डिफेंस सिस्टम सामने आया और उन्हें पूरी तरह से विफल कर दिया। पाकिस्तान के पास हमारे डिफेंस नेटवर्क को भेदने का कोई मौका नहीं था। हमारी सभी एयरफील्ड्स सुरक्षित हैं।”
उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (BSF) की सराहना करते हुए कहा कि,
“BSF के जवानों ने बहुत बहादुरी से हमारा साथ दिया। उनके पास मौजूद काउंटर अलार्म सिस्टम ने हमारे एयर डिफेंस नेटवर्क को और भी सशक्त बनाया।”
पाकिस्तान को भारी नुकसान
सेना के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचों को जड़ से हिला दिया है। कई प्रशिक्षण शिविर, लॉजिस्टिक बेस और आतंकियों के पनाहगाह पूरी तरह नष्ट कर दिए गए। इसके कारण पाकिस्तान के भीतर राजनीतिक और सैन्य हलकों में हलचल मच गई है। खासकर यह बात सामने आई कि पाकिस्तान के प्रयास सिर्फ जवाबी कार्रवाई की कोशिशों तक सीमित रहे, और वे भारत की सुरक्षा रणनीति के आगे टिक नहीं सके।
सीजफायर की स्थिति और पाकिस्तानी रुख
ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान के रुख में नरमी आई है। सीजफायर लागू होने के बाद फिलहाल नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हालात शांतिपूर्ण बने हुए हैं। हालांकि भारतीय सेना पूरी तरह अलर्ट मोड में है और सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। हर गतिविधि पर सैटेलाइट, ड्रोन और रडार नेटवर्क के माध्यम से नजर रखी जा रही है।
एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि भारतीय वायुसेना की युद्धक तैयारियों में किसी तरह की कोई कमी नहीं है और सभी एयरबेस हाई अलर्ट पर हैं।
नौसेना की भी पूरी तैयारी
वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने जानकारी दी कि भारतीय नौसेना ने भी इस संकट काल में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। अरब सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में नौसेना के युद्धपोत सतर्क गश्त कर रहे हैं। साथ ही किसी भी प्रकार की समुद्री घुसपैठ या आतंकवादी गतिविधि को नाकाम करने के लिए युद्धक पनडुब्बियां भी सक्रिय हैं।