
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने राज्य के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और विपक्षी कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ओडिशा अब “डबल इंजन की सरकार” के दम पर तेज़ गति से विकास की ओर बढ़ रहा है, और आज का दिन इस दिशा में एक और मील का पत्थर साबित हुआ है।
जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे भाजपा की सरकार गरीबों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ने का निरंतर प्रयास कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने बीएसएनएल की स्वदेशी 4जी सेवाओं का शुभारंभ किया और ‘अमृत भारत’ ट्रेन के माध्यम से ओडिशा और गुजरात को जोड़ने की घोषणा की।
विकसित ओडिशा का संकल्प और डबल इंजन की सरकार
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा: “डेढ़ साल पहले, विधानसभा चुनाव के दौरान, आप ओडिशावासियों ने ‘विकसित ओडिशा’ का संकल्प लिया था। आज वह सपना साकार होता दिख रहा है। ओडिशा डबल इंजन की सरकार के साथ तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार (केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा) के नेतृत्व में ओडिशा में हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं, जिनसे राज्य को सामाजिक और औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद मिलेगी।
बीएसएनएल 4G का स्वदेशी अवतार
पीएम मोदी ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की 4जी सेवाओं की शुरुआत की घोषणा की और कहा कि यह कदम भारत की डिजिटल आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। “आज से BSNL का नया अवतार सामने आया है। स्वदेशी तकनीक पर आधारित 4जी सेवाओं की शुरुआत हो चुकी है। यह डिजिटल इंडिया के विजन को और मजबूती देगा।”
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि BSNL की सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया जाएगा, जिससे ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।
ब्रह्मपुर-उधना अमृत भारत ट्रेन: ओडिशा-गुजरात की कनेक्टिविटी
पीएम मोदी ने ब्रह्मपुर-उधना अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन ओडिशा और गुजरात के बीच की दूरी को न केवल भौगोलिक रूप से, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से भी कम करेगी। “गुजरात में रहने वाले उड़िया लोगों को इससे बड़ी सुविधा मिलेगी। यह ट्रेन दो राज्यों के बीच व्यापार, रोजगार और संबंधों को नई दिशा देगी।”
गरीबों के लिए सरकार, दलितों-पिछड़ों के लिए समर्पण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों की सेवा और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार अब तक 4 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को पक्के घर उपलब्ध करा चुकी है और ओडिशा में भी हजारों घरों का निर्माण कार्य चल रहा है। “हमारा उद्देश्य है कि हर नागरिक को जीवन की मूलभूत सुविधाएं मिलें — पानी, बिजली, मकान, शौचालय, शिक्षा और रोजगार। भाजपा सरकार अंत्योदय के सिद्धांत पर काम कर रही है।”
आत्मनिर्भर भारत का सपना: चिप से लेकर जहाज तक
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में आत्मनिर्भर भारत के विजन की भी चर्चा की। उन्होंने कहा: “हमारा संकल्प है कि भारत चिप से लेकर जहाज तक, हर चीज़ में आत्मनिर्भर बने। पारादीप से झारसुगुड़ा तक एक विशाल औद्योगिक कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि जहाज निर्माण के लिए सरकार ने 70 हजार करोड़ रुपये का पैकेज स्वीकृत किया है, जिससे देश में 4.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आएगा और लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा।
शिक्षा और कौशल विकास में ऐतिहासिक निवेश
प्रधानमंत्री ने ‘MERIT योजना’ की शुरुआत का भी एलान किया। इस योजना के तहत तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। “हम चाहते हैं कि हमारे युवाओं को बेहतर तकनीकी शिक्षा के लिए बड़े शहरों में न जाना पड़े। अब गांव-गांव में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और कौशल विकास की सुविधा मिलेगी।”
कांग्रेस पर तीखा हमला: लूटतंत्र से बाहर निकला देश
प्रधानमंत्री ने विपक्षी कांग्रेस पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस ने देश को लूटतंत्र में जकड़ रखा था। लेकिन भाजपा सरकार ने देश को उस दौर से बाहर निकाला है। “कांग्रेस के समय 2 लाख रुपये कमाने वाले को भी टैक्स देना पड़ता था। आज 12 लाख रुपये तक की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। भाजपा सरकार ने आम नागरिक की कमाई और बचत, दोनों को दोगुना किया है।”
अंत्योदय गृह योजना: 50,000 गरीबों को मिला नया आशियाना
अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने अंत्योदय गृह योजना के तहत 50,000 गरीब परिवारों को मकानों की मंजूरी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य विधवा महिलाएं, विकलांग व्यक्ति, और आपदाओं से पीड़ित परिवारों को सम्मानजनक जीवन प्रदान करना है। “आज हमने 50 हजार लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र सौंपे हैं। यह केवल घर नहीं हैं, यह गरीबों की गरिमा की गारंटी है।”