
इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडेमी (IIFA) ने हाल ही में अपने 25 साल पूरे होने का जश्न मनाया। 8 और 9 मार्च को जयपुर में आयोजित इस सिल्वर जुबली इवेंट में बॉलीवुड के बड़े सितारों ने अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीता। इस दौरान IIFA ने न केवल बॉलीवुड के चमचमाते सितारों को एक मंच पर लाया, बल्कि भारतीय सिनेमा के विकास और ग्लोबल पहचान की दिशा में किए गए प्रयासों का भी जश्न मनाया।
इस महान अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने IIFA को 25 साल पूरे होने की बधाई दी। पीएम मोदी के इस संदेश को IIFA ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, इंस्टाग्राम पर साझा किया, जिसमें उन्होंने भारतीय सिनेमा की दुनिया में IIFA के योगदान की सराहना की।
पीएम मोदी का बधाई संदेश: भारतीय सिनेमा की शक्ति और IIFA का योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बधाई पत्र में IIFA के 25 साल पूरे होने पर खुशी जाहिर की और इसे भारतीय सिनेमा की शक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने लिखा, “मुझे इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडेमी (IIFA) अवॉर्ड्स के 25वें सीजन के बारे में जानकर खुशी हुई। ये ढाई दशक का सफर उन सभी लोगों की, मेकर्स, डायरेक्टर, कलाकार, संगीतकार, तकनीशियन और दूसरे प्रोफेशनल और सबसे महत्वपूर्ण बात, दुनिया भर के दर्शकों की कमिटमेंट को दिखाता है जिन्होंने IIFA को ग्लोबल बनाने में योगदान दिया है।”
भारतीय सिनेमा: दुनिया को हमारी संस्कृति की झलक
पीएम मोदी ने आगे लिखा, “सिनेमा भारत के सबसे पावरफुल कहानी कहने के माध्यमों में से एक है, जो दुनिया को हमारी समृद्ध विरासत, विविध संस्कृति और डेवलप होते सामाजिक परिदृश्य की झलक पेश करता है। अपनी भव्यता, गहराई और क्रिएटिव चमक के जरिए भारतीय सिनेमा ने वर्ल्डवाइड दर्शकों को आकर्षित किया है, जो भारत की समृद्ध कहानी कहने की परंपराओं का जरिए बन गया है और संस्कृतियों के बीच एक सेतु का काम कर रहा है।”
यह बयान भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहचान को स्थापित करने में IIFA के योगदान को विशेष रूप से महत्वपूर्ण ठहराता है। IIFA ने भारतीय सिनेमा को न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में एक नए और समृद्ध स्तर पर प्रस्तुत किया है।
IIFA अवॉर्ड्स का महत्व: युवाओं और नवोदित प्रतिभाओं के लिए एक मंच
पीएम मोदी ने अपने संदेश में IIFA अवॉर्ड्स के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने लिखा, “IIFA अवार्ड्स जैसे प्लेटफॉर्म ये सुनिश्चित करते हैं कि इस तरह के सिनेमाई टैलेंट का जश्न मनाया जाए और उसका हौसला बढ़ाया जाए। IIFA ने इंडस्ट्री में युवा और टैलेंट को बढ़ाने में भी भूमिका निभाई है। एक ऐसा मंच प्रदान करके जहां नए कलाकार, फिल्म निर्माता और तकनीशियन एक्सपीरियंल ग्लोबल प्रोफेशनल के साथ अपनी कला का प्रदर्शन कर सकते हैं, IIFA ने अगली पीढ़ी के कलाकारों को बेस्ट से सीखने के साथ-साथ उनके साथ जुड़ने के लिए हौसला बढ़ाया है।”
यहां पीएम मोदी ने IIFA के ग्लोबल प्लेटफॉर्म के महत्व को महसूस किया, जहां नवोदित कलाकार अपनी कला को पेश करने के लिए एक बड़ा अवसर पाते हैं। IIFA ने न केवल फिल्म उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी है, बल्कि उभरते कलाकारों और फिल्म निर्माताओं के लिए भी एक बड़ा मंच प्रदान किया है।
आगामी 25 सालों की दिशा: IIFA की प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि IIFA का 25वां साल एक बड़ी सफलता का प्रतीक है और यह अगले 25 सालों के विकास और उपलब्धियों के लिए प्रेरणा बनेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि IIFA का आगामी भविष्य और भी उज्जवल होगा और भारतीय सिनेमा की विरासत और ग्लोबल पहचान को आगे बढ़ाएगा। “IIFA अवार्ड्स का ये 25वां साल एक बड़ी सफलता हो। ये अगले 25 सालों के डेवलपमेंट और अचीवमेंट के लिए इंस्पिरेशन बने,” पीएम मोदी ने अपने पत्र में लिखा।
इस संदेश ने न केवल IIFA के सफर को सम्मानित किया, बल्कि भारतीय सिनेमा के आने वाले भविष्य के लिए भी उत्साह और आशावाद की भावना को उत्पन्न किया है।
IIFA का सफर: 25 साल की यात्रा
IIFA, जिसे बॉलीवुड का ‘ऑस्कर’ भी कहा जाता है, की शुरुआत 2000 में हुई थी। इसका उद्देश्य भारतीय सिनेमा को एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना था, जहां बॉलीवुड के सितारे, फिल्म निर्माता और अन्य सिनेमा पेशेवर अपनी कला का प्रदर्शन कर सकें और भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान मिल सके।
आईफा ने पहले से ही इस मिशन को सिद्ध किया है, और इसके 25 साल के सफर में भारतीय सिनेमा की एक नई छवि प्रस्तुत की है। हर साल दुनिया के अलग-अलग देशों में आयोजित होने वाले IIFA अवॉर्ड्स में बॉलीवुड के चमचमाते सितारे अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। इस दौरान न केवल फिल्म उद्योग के दिग्गजों का सम्मान किया जाता है, बल्कि भारतीय सिनेमा के शानदार योगदानों को भी सराहा जाता है।
IIFA ने भारतीय सिनेमा को एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया है और इसे विश्व भर में एक शक्तिशाली मनोरंजन के रूप में स्थापित किया है। IIFA अवॉर्ड्स के माध्यम से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने उन विषयों और कहानियों को विश्वभर में पेश किया है, जो भारतीय संस्कृति और समाज के विविध पहलुओं को दर्शाते हैं।