
पंजाब में प्रशासनिक फेरबदल के तहत लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल का तबादला कर दिया गया है। अब आईपीएस अधिकारी स्वपन शर्मा को लुधियाना का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इस बदलाव के साथ-साथ हरमनबीर सिंह को फिरोजपुर का डीआईजी रेंज बना दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कदम प्रशासन की कार्यक्षमता और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
इस बदलाव ने लुधियाना के राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है, खासकर जब राज्य में लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए तारीखें नजदीक आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार, यह तबादला प्रशासनिक आवश्यकताओं और सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने के लिए किया गया है, विशेषकर विधानसभा उपचुनाव से पहले।
पुलिस कमिश्नर का तबादला और उपचुनाव की संभावना
लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई थी, और इस पर अटकलें थीं कि पुलिस कमिश्नर का तबादला किया जा सकता है। इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी लुधियाना का दौरा किया था, जहां उन्होंने आम जन से पुलिस के कामकाज और सुरक्षा व्यवस्था पर फीडबैक लिया। माना जा रहा है कि इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया।
कुलदीप सिंह चहल का तबादला तब हुआ जब प्रदेश में प्रशासनिक सुधार और कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारने की जरूरत महसूस की जा रही थी। हालांकि, उनके नए पद की घोषणा अब तक नहीं की गई है, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि उन्हें किसी अन्य महत्वपूर्ण पद पर तैनात किया जा सकता है।
स्वपन शर्मा: एक योग्य आईपीएस अधिकारी
स्वपन शर्मा, जो अब लुधियाना के पुलिस कमिश्नर बने हैं, पंजाब पुलिस में डीआईजी रैंक पर तैनात हैं। स्वपन शर्मा का करियर अत्यंत शानदार रहा है। वह 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, और उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के चलते उन्हें कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
स्वपन शर्मा के पिता महेश चंद्र शर्मा भारतीय सेना में कर्नल थे, और स्वपन शर्मा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बठिंडा से पूरी की। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और 2008 में हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा का एग्जाम पास किया। उनकी पहली नियुक्ति शिमला के चौपाल में ब्लॉक डेवलपमेंट अफसर के रूप में हुई थी। हालांकि, उनके लिए प्रशासनिक सेवाओं में करियर बनाने का रास्ता खुला जब उन्होंने 2009 में UPSC एग्जाम में सफलता प्राप्त की और आईपीएस अधिकारी बने।
आईपीएस ट्रेनिंग के बाद स्वपन शर्मा ने पंजाब कैडर को चुना और उन्हें राजपुरा, लुधियाना और अन्य शहरों में तैनात किया गया। स्वपन शर्मा को 10 महीने तक पंजाब के मुख्यमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा भी सौंपा गया।
सुरक्षा और काउंटर इंटेलिजेंस में स्वपन शर्मा की विशेषज्ञता
स्वपन शर्मा को दो बार AIG (एडिशनल इंस्पेक्टर जनरल) काउंटर इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जहां उन्होंने देश और विदेश में होने वाली आतंकी गतिविधियों की निगरानी और जानकारी जुटाने का काम किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने शराब तस्करी और गैंगस्टर गतिविधियों पर भी कड़ी कार्रवाई की। उनके इस कार्य को सराहा गया, और चार बार उन्हें डिस्क पुरस्कार से नवाजा गया।
स्वपन शर्मा ने विभिन्न पुलिस विभागों में अपनी कार्यक्षमता और समर्पण का परिचय दिया है। उन्होंने कई अपराधियों को सलाखों के पीछे डाला है और राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है। उनके अनुभव को देखते हुए लुधियाना के पुलिस कमिश्नर के रूप में उनकी नियुक्ति को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो शहर की सुरक्षा और प्रशासनिक कार्यों में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है।
हरमनबीर सिंह को फिरोजपुर का डीआईजी रेंज
इसके अलावा, हरमनबीर सिंह को फिरोजपुर का डीआईजी रेंज नियुक्त किया गया है। यह कदम भी प्रशासन की कार्यक्षमता और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए लिया गया है। हरमनबीर सिंह एक अनुभवी और योग्य अधिकारी हैं, जो पुलिस विभाग में कई महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रह चुके हैं। उनकी तैनाती से फिरोजपुर जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और बेहतर बनाने की उम्मीद की जा रही है।