
बिहार की सियासत एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है, जहां सत्ता से जुड़े नेता कानून को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला आरा जिले के सदर अस्पताल का है, जहां जनता दल (यूनाइटेड) के कद्दावर नेता प्रिंस सिंह उर्फ प्रिंस बजरंगी की गुंडागर्दी कैमरे में कैद हो गई। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में प्रिंस बजरंगी अस्पताल के एक सुरक्षा गार्ड को न केवल पीटते हुए नजर आ रहे हैं, बल्कि कथित तौर पर उसे पिस्टल दिखाकर डराने की भी कोशिश कर रहे हैं।
घटना को लेकर राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू पर कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर तीखा हमला बोला है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, यह घटना रविवार को आरा सदर अस्पताल में हुई। प्रिंस बजरंगी, जो फिलहाल बक्सर जिले के ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र के जेडीयू प्रभारी हैं, अपने किसी करीबी के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे। वहीं, अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड रामस्वरूप से किसी बात को लेकर उनकी कहासुनी हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह विवाद कुछ ही पलों में मारपीट में बदल गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रिंस बजरंगी गार्ड को थप्पड़ मारते हैं, फिर उसे धक्का देते हैं और कथित रूप से अपनी कमर से पिस्टल निकालकर धमकाते हैं। इस दौरान अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई, मरीजों और तीमारदारों में भय का माहौल फैल गया।
वहीं मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो सामने आते ही यह मामला पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
वीडियो के वायरल होते ही विपक्ष ने जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। राजद, कांग्रेस और वाम दलों ने इसे सत्ता पक्ष की गुंडागर्दी का प्रतीक बताया है। राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा, “बिहार में कानून का नहीं, जेडीयू नेताओं की दबंगई का राज चल रहा है। अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर पिस्टल लहराना और मारपीट करना लोकतंत्र का अपमान है।”
कांग्रेस ने भी सवाल उठाया कि जब सत्ता पक्ष के नेता ही खुलेआम गुंडागर्दी करेंगे, तो आम जनता की सुरक्षा कौन करेगा? वाम दलों ने घटना की निंदा करते हुए आरोपी के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और FIR दर्ज
घटना के बाद भोजपुर के पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिल चुकी है। वायरल वीडियो की पुष्टि हो चुकी है और संबंधित धाराओं के तहत नगर थाना में जेडीयू नेता प्रिंस बजरंगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हम मामले की जांच कर रहे हैं। पीड़ित गार्ड रामस्वरूप द्वारा भी थाने में शिकायत दी गई है। हम वीडियो और चश्मदीदों के बयानों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई करेंगे।”
प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।
पीड़ित गार्ड की आपबीती
घटना के बाद सदर अस्पताल के गार्ड रामस्वरूप ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं अपनी ड्यूटी कर रहा था। प्रिंस बजरंगी किसी मरीज के साथ आए थे। पार्किंग को लेकर कुछ कहासुनी हुई, और उन्होंने अचानक मुझे मारना शुरू कर दिया। फिर पिस्टल निकालकर धमकाया। मैं डर गया, लेकिन अब मुझे इंसाफ चाहिए।”
रामस्वरूप ने अस्पताल प्रशासन से भी सुरक्षा की मांग की है और कहा है कि अगर ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो कर्मचारी कैसे सुरक्षित रहेंगे?
जनता में गुस्सा, कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना के बाद आम जनता में भी नाराजगी है। सोशल मीडिया पर लोग बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर वीडियो शेयर करते हुए लोग लिख रहे हैं कि “क्या बिहार अब दबंग नेताओं का गढ़ बन गया है?”
कई यूजर्स ने यह भी मांग की है कि प्रिंस बजरंगी को पार्टी से निष्कासित किया जाए और उन्हें सख्त सजा दी जाए ताकि दूसरों के लिए यह एक सबक बने।