
पंजाब में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिससे राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी तैयारी तेज कर दी है और प्रचार का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।
बीजेपी का स्टार प्रचारकों का ऐलान
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उपचुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, रवनीत सिंह बिट्टू, और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए सक्रिय होंगे। इसके अलावा, पंजाब बीजेपी प्रमुख सुनील जाखड़, तरुण चुघ, अनुराग ठाकुर, स्मृति ईरानी, मनजिंदर सिंह सिरसा, मनोज तिवारी, और रवि किशन भी राज्य में पार्टी के लिए चुनावी प्रचार करेंगे।
बीजेपी की प्रत्याशियों की घोषणा
बीजेपी ने पहले ही तीन विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से सरदार मनप्रीत बादल, बरनाला सीट से सरदार केवल सिंह ढिल्लों, और डेरा बाबा नानक सीट से सरकार रविकरण कहलों को मैदान में उतारा गया है। हालांकि, चब्बेवाल सीट पर अभी तक पार्टी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, जो बीजेपी की चुनावी रणनीति के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु हो सकता है।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का प्रत्याशी चयन
आम आदमी पार्टी (AAP) ने चारों सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। डेरा बाबा नानक में गुरप्रीत सिंह रंधावा, चब्बेवाल से इशान चब्बेवाल, बरनाला से हरिंदर सिंह धालीवाल, और गिद्दड़बाहा सीट से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को टिकट दिया गया है।
कांग्रेस ने भी अपनी टीम को मजबूती दी है। गिद्दड़बाहा से अमृता वडिंग, डेरा बाबा नानक से जतिंदर कौर, चब्बेवाल से रंजीत कुमार, और बरनाला सीट से कुलदीप सिंह ढिल्लो को टिकट दिया गया है। इस प्रकार, सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियाँ चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं।
उपचुनाव का कारण
इन उपचुनावों का कारण यह है कि गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग लुधियाना से सांसद चुने जा चुके हैं। इसी प्रकार, बरनाला सीट से गुरमीत सिंह मीत हेयर संगरूर से सांसद बने हैं। चब्बेवाल विधानसभा से विधायक राजकुमार चब्बेवाल होशियारपुर से सांसद चुने गए हैं, और डेरा बाबा नानक से विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा गुरदासपुर से सांसद बने हैं। इन कारणों से ये चारों विधानसभा सीटें रिक्त हो गई हैं, जहां अब उपचुनाव होंगे।
चुनावी माहौल में रुझान
पंजाब में उपचुनाव की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं, और राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है। उपचुनावों में प्रमुख राजनीतिक दलों की योजनाएं, प्रचार और रणनीतियाँ जनता के सामने आ रही हैं। बीजेपी, आम आदमी पार्टी, और कांग्रेस सभी ने अपने-अपने तरीके से चुनावी रणनीतियाँ बनाई हैं।
चुनावी मुद्दे
इन उपचुनावों में कई मुद्दे उठाए जा रहे हैं। किसानों की समस्याएँ, स्वास्थ्य सेवाएँ, और बेरोजगारी जैसे मुद्दे चुनावी रैलियों का मुख्य केंद्र बन रहे हैं। राजनीतिक दल अब इन मुद्दों को अपने-अपने तरीके से जनता के बीच पेश कर रहे हैं, ताकि वोटरों को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके।