उत्तराखंड में आगामी 23 जनवरी को होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इस महत्वपूर्ण चुनाव के लिए सभी जिलों में बैलेट पेपर पहुंच चुके हैं और निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
बैलेट पेपर की पहुंच और मतदान प्रक्रिया की समीक्षा
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के डीएम (जिला मजिस्ट्रेट) और एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने चुनावी तैयारियों की समीक्षा की और बैलेट पेपर की समय पर पहुंच, पोलिंग बूथों की व्यवस्थाओं, तथा मतदान से जुड़े अन्य पहलुओं पर चर्चा की।
उन्होंने सभी जिलों में बैलेट पेपर की सुरक्षित पहुंच की पुष्टि करते हुए कहा कि अब अंतिम तैयारी के लिए समय कम बचा है। चुनाव आयोग ने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि मतदान के दिन तक आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाए। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि मतदान निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो, और इसके लिए सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ काम करना होगा।”
मतदान प्रक्रिया के लिए तैयारी
निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने चुनाव ड्यूटी में लगे सभी अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि मतदान, मतगणना, और अन्य चुनावी गतिविधियों के लिए सभी जरूरी प्रशिक्षण कार्यक्रम समय से पूरे किए जाएं। उन्होंने विशेष रूप से पोलिंग पार्टियों को दी जाने वाली किट्स, बैलेट बॉक्स, और अन्य जरूरी सामग्री की समय पर व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
इसके अलावा, उन्होंने बैलेट पेपर को पोलिंग बूथों तक पहुंचाने के लिए पैकेटिंग और बंडलिंग सहित अन्य जरूरी कार्यों को समय पर पूरा करने की भी बात की। पोलिंग पार्टियों की रवानगी, रूट चार्ट, सुरक्षा दलों और यातायात के लिए वाहनों की उचित व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया।
पोलिंग पार्टियों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने पोलिंग पार्टियों के सुरक्षित वापसी की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया। उन्होंने कहा, “मतदान के बाद पोलिंग पार्टियों को देर रात तक वापस लौटने में मुश्किल होती है, जिससे उन्हें घर लौटने के लिए यातायात सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती। ऐसे में, पोलिंग पार्टियों को बैलेट बॉक्स वापस जमा कराने के बाद उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भुगतान आधारित यातायात सुविधा सुनिश्चित की जाए।”
इसके अतिरिक्त, उन्होंने चुनावी कार्यों में लगे वाहनों के लिए पेट्रोल पंपों पर ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा की स्थिति को मजबूत करने पर भी जोर दिया।
संवेदनशील पोलिंग स्टेशनों पर विशेष सुरक्षा
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने संवेदनशील और अतिसंवेदनशील पोलिंग स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार भ्रमण करती रहें और पोलिंग स्टेशन की व्यवस्था चाक-चौबंद रखें।
इसके अलावा, उन्होंने सभी सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट्स को अपने क्षेत्र के पोलिंग स्टेशनों और पोलिंग बूथों का लगातार दौरा करने की सलाह दी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो और किसी भी प्रकार की असामान्य स्थिति का सामना न करना पड़े।
आयुक्त ने अवैध मादक पदार्थों और शराब की बिक्री पर भी निगरानी रखने के निर्देश दिए और कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने विशेष रूप से प्रवर्तन एजेंसियों को चुनाव से पहले और मतदान के दौरान अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।
चुनावी प्रक्रियाओं के सफल संचालन के लिए जरूरी कदम
चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए सभी जिम्मेदार अधिकारियों से कई महत्वपूर्ण कदम उठाने को कहा है। इनमें मतदान ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण, सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा, और मतदान के बाद की प्रक्रियाओं की तैयारी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने राज्य के सभी डीएम और एसएसपी से यह सुनिश्चित करने को कहा कि मतदान के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो और कोई भी व्यक्ति आचार संहिता का उल्लंघन न करे। सभी पोलिंग बूथों और पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्थाओं की निगरानी की जाएगी, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो।
राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण चुनाव
राज्य में होने वाले यह निकाय चुनाव खास महत्व रखते हैं, क्योंकि यह स्थानीय निकायों के लिए प्रतिनिधियों के चयन का महत्वपूर्ण अवसर है। निर्वाचन आयोग ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष हो, ताकि जनता का विश्वास चुनावी प्रक्रिया पर बरकरार रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल सहित अन्य उच्च अधिकारियों ने निर्वाचन आयोग की ओर से किए गए इस व्यापक तैयारी के प्रयासों की सराहना की है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि निकाय चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो, और सभी मतदाताओं को अपनी पसंद के उम्मीदवार को चुनने का पूरा अवसर मिले।”
निष्कर्ष
उत्तराखंड में 23 जनवरी को होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। निर्वाचन आयोग ने सभी आवश्यक प्रक्रियाओं की समीक्षा की है और चुनावों को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए हैं। सभी जिलों में बैलेट पेपर पहुंचने के बाद, अब अंतिम तैयारी के तहत पोलिंग पार्टियों की रवानगी, सुरक्षा व्यवस्था और मतगणना की प्रक्रियाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। इस चुनाव के सफल आयोजन के लिए निर्वाचन आयोग और राज्य सरकार की तरफ से सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।