
राष्ट्रपति के प्रस्तावित देहरादून भ्रमण को लेकर राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से हाई अलर्ट पर है। इसी क्रम में मंगलवार को पुलिस लाइन, देहरादून में एक सुरक्षा ब्रीफिंग का आयोजन किया गया, जिसमें अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) वी मुरुगेशन ने पुलिस बल को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।
ब्रीफिंग में साफ किया गया कि राष्ट्रपति के कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वी मुरुगेशन ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन का प्रयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा, साथ ही किसी भी प्रकार की समूहबद्धता (gathering) नहीं होनी चाहिए।
सुरक्षा ड्यूटी के लिए मिला स्पष्ट एजेंडा
एडीजी मुरुगेशन ने पुलिसबल को स्पष्ट निर्देश दिए कि—
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सभी पुलिसकर्मी समय से पूर्व अपने ड्यूटी स्थल पर उपस्थित हों।
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प्रत्येक पुलिसकर्मी के पास पहचान पत्र और ड्यूटी कार्ड अनिवार्य रूप से होना चाहिए।
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कार्यक्रम स्थल पर जाने की अनुमति केवल एंटी सबोटाज जांच के बाद ही दी जाए।
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केवल अधिकृत व्यक्तियों और उनके वाहनों को जांच के बाद प्रवेश दिया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम समाप्ति के बाद भीड़ को व्यवस्थित तरीके से बाहर निकाला जाए, जिससे अव्यवस्था की कोई संभावना न हो।
ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध
सुरक्षा के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण निर्देशों में से एक था कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध। एडीजी ने कहा कि किसी भी हाल में आयोजन स्थल के ऊपर या आस-पास ड्रोन कैमरे नहीं उड़ने चाहिए।
साथ ही, कार्यक्रम स्थल के आस-पास की ऊँचाई वाली इमारतों, पानी की टंकियों और अन्य उच्च स्थलों की गहन तलाशी के आदेश भी दिए गए हैं। यह तलाशी बीडीएस (बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वॉड) और डॉग स्क्वॉड टीमों द्वारा कराई जा रही है।
वीवीआईपी रूट की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं
वी मुरुगेशन ने वीवीआईपी रूट प्रभारी को निर्देश दिए कि राष्ट्रपति के दौरे से पहले पूरे वीवीआईपी रूट का निरीक्षण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि—
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कहीं भी निर्माण सामग्री या बाधा उत्पन्न करने वाली वस्तुएं पड़ी न हों।
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रूट पर कोई संदिग्ध गतिविधि न हो और यातायात पूर्णतः नियंत्रित रहे।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना होगा कि वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान रूट और कार्यक्रम स्थल पर किसी प्रकार की सुरक्षा चूक न हो।
धर्मशालाएं, होटल और सार्वजनिक स्थल भी जांच के दायरे में
अभिसूचना एवं सुरक्षा एपी अंशुमान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक के क्षेत्रों में संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली जाए। इसमें विशेष रूप से शामिल हैं:
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धर्मशालाएं और होटल
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बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन
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आस-पास के बाज़ार और सार्वजनिक स्थल
उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों पर स्थानीय पुलिस के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियों को समन्वय के साथ काम करना होगा। सुरक्षा एजेंसियों को हिदायत दी गई है कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
जनसंपर्क और जनता से अपील
पुलिस विभाग ने जनता से भी अपील की है कि अगर कोई भी असामान्य या संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे, तो तत्काल पुलिस या स्थानीय प्रशासन को सूचित करें। कार्यक्रम में जनता की सहभागिता सीमित रहेगी, और केवल आमंत्रित एवं नामित व्यक्तियों को ही कार्यक्रम स्थल में प्रवेश मिलेगा।
जनता को सलाह दी गई है कि कार्यक्रम स्थल के आस-पास अनावश्यक रूप से भीड़ इकट्ठा न करें, और यातायात नियमों का पालन करते हुए प्रशासन का सहयोग करें।