फिल्म इंडस्ट्री और कला की दुनिया में एक दुखद समाचार आया है। मशहूर निर्माता, आर्ट डिजाइनर, पेंटर और प्रोडक्शन डिजाइनर सुमित मिश्रा का निधन हो गया है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने आत्महत्या की है। उनके अचानक निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। सुमित मिश्रा को मणिकर्णिका फिल्म फेस्टिवल के जनक के रूप में जाना जाता था और उनकी कला और फिल्म निर्देशन में दी गई योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
सुमित मिश्रा के निधन से उनके परिवार, दोस्तों और फैंस के बीच गहरा शोक है। सोशल मीडिया पर उनके फैंस और दोस्तों ने श्रद्धांजलि दी है और इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि: फैंस और दोस्तों का शोक
सुमित मिश्रा के निधन पर सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया जा रहा है। उनके फैंस और करीबी दोस्त उनके निधन से स्तब्ध हैं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर Oma Akk ने लिखा, “मणिकर्णिका फिल्म फेस्टिवल के जनक और अनोखे फिल्मकार और चित्रकार सुमित जी हमारे बीच नहीं रहे।” वहीं, अभिनेत्री Ridhiema Tiwari ने लिखा, “काश एक बार पुकार लिया होता दोस्त।” इन भावनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सुमित मिश्रा ने अपने काम के जरिए न केवल फिल्म इंडस्ट्री बल्कि अपने दोस्तों और फैंस के दिलों में भी विशेष स्थान बना लिया था।
सुमित मिश्रा के सोशल मीडिया अकाउंट से यह अंदाजा लगाना मुश्किल था कि वे किसी परेशानी से गुजर रहे थे। उनके पोस्ट्स में हमेशा सकारात्मकता और आत्मविश्वास नजर आता था। लेकिन अब यह खेदजनक खबर सामने आई है कि वे मानसिक रूप से किसी संघर्ष का सामना कर रहे थे, जिसे उन्होंने किसी से साझा नहीं किया।
सुमित मिश्रा का करियर
सुमित मिश्रा का जन्म बिहार में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी। फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले, सुमित ने कई सालों तक चित्रकला और आर्ट में अपनी पहचान बनाई थी। वे पेशेवर चित्रकार थे और कला के प्रति उनका समर्पण अत्यधिक था।
सुमित मिश्रा का फिल्म इंडस्ट्री में कदम बतौर आर्ट डायरेक्टर था। उन्होंने अलिफ, नागिन-3, मधुबाला, नक्काश, वेक अप इंडिया जैसे कई प्रसिद्ध प्रोजेक्ट्स में आर्ट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था। उनकी आर्ट डिजाइनिंग में एक खास बात यह थी कि उन्होंने हर प्रोजेक्ट में अपने काम को एक नई दिशा दी, जो दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों ने सराहा।
सुमित मिश्रा का निर्देशन में भी हाथ था। उन्होंने 2016 में अपनी फिल्म ‘अमृता एंड आई’ से फिल्म निर्देशन की शुरुआत की थी। इसके बाद, उन्होंने 2020 में फिल्म ‘खिड़की’ बनाई और 2022 में ‘अगम’ का निर्देशन किया। सुमित का मानना था कि फिल्म उद्योग में एक कला रूप के तौर पर बहुत कुछ करने की जगह है और उन्होंने इस दिशा में कई नई कोशिशें कीं।
आर्टिस्ट से प्रोडक्शन डिजाइनर तक का सफर
सुमित मिश्रा का मायानगरी मुंबई में कदम रखने का एक दिलचस्प कहानी है। लगभग ढाई दशक पहले, वे एक विजुअल आर्टिस्ट के रूप में मुंबई आए थे। इसके बाद उन्होंने कई आर्ट एग्जिबिशन आयोजित किए और धीरे-धीरे प्रोडक्शन डिजाइनिंग की दिशा में भी अपनी राह बनाई। वे कहते थे, “मल्टी-टास्कर होने को मैं एंजॉय करता हूं। यह मेरे लिए चुनौती से कहीं बढ़कर एक आनंद है।”
सुमित मिश्रा का मानना था कि एक कला रूप से दूसरे का विस्तार होता है। वे मानते थे कि एक कार्य दूसरे कार्य को खत्म नहीं करता, बल्कि उसे और बेहतर बनाता है। यही कारण था कि वे विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के बावजूद अपने आप को सीमित नहीं करते थे। उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि कला का हर रूप एक दूसरे से जुड़ा हुआ है, चाहे वह चित्रकला हो, फिल्म निर्माण हो या प्रोडक्शन डिजाइनिंग।