
पंजाब की सियासत में अपनी अलग पहचान बनाने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) अब राज्य में वैकल्पिक राजनीति की अवधारणा को मजबूती देने के लिए युवाओं को संगठित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। पार्टी ने फैसला किया है कि वह अब कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्टूडेंट विंग का गठन करेगी, जिससे राजनीतिक मूल्यों और मुद्दों पर आधारित नई सियासी चेतना विकसित की जा सके।
आप की यह रणनीति न केवल आगामी 2027 विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र युवाओं को साधने की कवायद है, बल्कि यह पंजाब की भावी राजनीति को नया स्वरूप देने की एक ठोस पहल भी मानी जा रही है। संगठन का मानना है कि आज की राजनीति में गिरावट और अवसरवाद के माहौल में बदलाव लाने की सबसे अधिक क्षमता युवाओं में है।
एएसएपी से शुरूआत, अब कॉलेजों तक विस्तार
वर्तमान में AAP की एकमात्र छात्र इकाई “Association of Students for Alternative Politics (ASAP)” राज्य स्तर पर सक्रिय है। अब पार्टी का इरादा इस इकाई को ज़मीनी स्तर तक ले जाकर कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसरों में छात्रों को संगठित करना है। ASAP का काम केवल नीतियों और विचारों के प्रचार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह छात्र राजनीति को नए नैतिक और वैचारिक धरातल पर ले जाने का माध्यम बनेगा।
पार्टी के अनुसार, ASAP एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म बनेगा जहां युवा राजनीतिक सोच, सामाजिक जिम्मेदारी और नेतृत्व कौशल के साथ तैयार होंगे।
2017 से 2022 तक का सफर: जमीनी मेहनत का फल
2017 में आम आदमी पार्टी ने पहली बार पंजाब की राजनीति में कदम रखा था और लोक इंसाफ पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में आप ने 20 और लोक इंसाफ पार्टी ने 2 सीटें जीती थीं। हालांकि आप को सत्ता नहीं मिली, लेकिन एक मजबूत विपक्ष के रूप में पहचान बन गई थी।
इसके बाद पार्टी ने 2022 के चुनाव में पूरी तैयारी और संगठित अभियान के साथ उतरने का निर्णय लिया। परिणामस्वरूप AAP ने 117 में से 92 सीटें जीतकर 79% बहुमत के साथ पंजाब की सत्ता में जोरदार वापसी की। इस सफलता के पीछे संगठन के हर स्तर पर कार्यकर्ताओं की वर्षों की मेहनत और स्पष्ट राजनीतिक दृष्टिकोण था।
नील गर्ग ने दी जानकारी: युवाओं को राजनीति में लाने की ज़रूरत
आप के मुख्य प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा, “वैकल्पिक राजनीति आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। आम आदमी पार्टी देश की एकमात्र पार्टी है जो बिना जाति, धर्म और वंशवाद के राजनीति कर रही है। इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए हम युवाओं को जोड़ना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि स्टूडेंट विंग का गठन पार्टी की वैचारिक यात्रा का अगला कदम है। पार्टी का मानना है कि युवा समाज में बदलाव के सबसे बड़े वाहक हैं। “हमारा लक्ष्य है कि हम हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी में जागरूक और सक्रिय छात्र तैयार करें जो केवल छात्र राजनीति नहीं बल्कि राज्य की दिशा और दशा को लेकर सजग हों।”
हर मतदाता तक पहुंचने की रणनीति
नील गर्ग ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी का अगला लक्ष्य है कि 2027 के चुनाव से पहले हर एक-एक मतदाता तक सीधा संवाद स्थापित किया जाए। इसके लिए संगठन, बूथ स्तर से लेकर मंडल, हलका और जिला स्तर तक सक्रिय कार्यकर्ताओं की टीम तैयार कर रहा है।
चुनावी तैयारियों के तहत पार्टी सरकार की उपलब्धियों, नीतियों और योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का अभियान चलाएगी। स्टूडेंट विंग की भूमिका इसमें अहम रहेगी, क्योंकि युवा न केवल खुद जागरूक होंगे बल्कि अपने परिवार और समुदाय को भी प्रभावित करेंगे।