पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का अगला लक्ष्य राज्य की महिलाओं को हर महीने 1,100 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह घोषणा उन्होंने चब्बेवाल निर्वाचन क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार इशांक चब्बेवाल के समर्थन में आयोजित रैली के दौरान की। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि यह कदम उनके पूर्व के वादे का विस्तार है, जिसमें उन्होंने कहा था कि महिलाएं हर महीने 1,000 रुपये की सहायता प्राप्त करेंगी।
मुख्यमंत्री की घोषणा का महत्व
रैली में बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “माताएं और बहनें हमारे साथ इसलिए हैं क्योंकि वे जानती हैं कि आम आदमी पार्टी उनकी जरूरतों का ध्यान रखती है।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में काम कर रही है। इस साल मई में, मान ने स्पष्ट किया था कि महिलाओं को अब 1,000 रुपये की बजाय 1,100 रुपये दिए जाएंगे, जो इस बात का संकेत है कि उनकी सरकार महिलाओं के लिए अधिक से अधिक लाभकारी उपाय करने की कोशिश कर रही है।
इशांक चब्बेवाल का समर्थन
रैली के दौरान, मुख्यमंत्री ने इशांक चब्बेवाल की भी तारीफ की, जो होशियारपुर से सांसद राज कुमार चब्बेवाल के बेटे हैं। उन्होंने कहा, “इशांक एक युवा और सक्षम उम्मीदवार हैं जो स्थानीय मुद्दों को समझते हैं। उन्हें जिताने पर, मैं हर मुद्दे को तत्परता से स्वीकार करूंगा।” यह घोषणा इशांक की राजनीतिक पृष्ठभूमि को और मजबूत करती है और आम आदमी पार्टी के युवा नेतृत्व को प्रोत्साहित करती है।
कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल पर हमला
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (SAD) पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे केवल सत्ता के लिए लड़ते हैं, जबकि उनकी सरकार बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा, “हमने पंजाब के लोगों को मुफ्त बिजली दी है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की हैं।”
सीएम मान ने आगे बताया कि उनकी सरकार ने सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ‘सड़क सुरक्षा बल’ का गठन किया है, जिससे सड़कों पर होने वाली मौतों में 45 प्रतिशत की कमी आई है। इसके अलावा, पिछले ढाई वर्षों में उनकी सरकार ने युवाओं को 45,000 से अधिक नौकरियों का अवसर प्रदान किया है।
AAP की सफलताएं
मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी की नीतियों और कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की साफ नीयत के कारण उनकी सरकार ने दिल्ली और पंजाब में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में आम आदमी क्लीनिक और उत्कृष्ट विद्यालय खोले जा रहे हैं, जो लोगों की सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
अकाली दल की उपचुनाव में भागीदारी
मुख्यमंत्री ने अकाली दल पर भी निशाना साधा, जो 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारने की घोषणा कर चुका है। उन्होंने कहा, “जो लोग 25 वर्षों तक शासन करने का दावा करते थे, वे अब चार सीटों पर उपचुनाव लड़ने के लिए भी उम्मीदवार नहीं ढूंढ पा रहे हैं।” यह स्थिति राजनीतिक संकट को और बढ़ाती है और यह दर्शाती है कि अकाली दल की स्थिति कितनी कमजोर हो गई है।
सुखबीर बादल का राजनीतिक संकट
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को हाल ही में अकाल तख्त द्वारा ‘तनखैया’ (धार्मिक कदाचार) घोषित किया गया है, जो पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रतिबंध केवल सुखबीर बादल पर लागू है, और अकाली दल के अन्य सदस्य चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए स्वतंत्र हैं।