
पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना क्षेत्र में रविवार देर रात एक बेहद दुखद और भयावह हादसा हुआ। माता नैणा देवी के दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी एक बोलेरो पिकअप वाहन जगेड़ा पुल के पास नहर में जा गिरी। इस वाहन में 10 से 15 लोग सवार थे, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं। हादसे के तुरंत बाद अफरातफरी मच गई और स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया। अब तक कई श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, लेकिन कुछ अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा रविवार रात करीब 11 बजे हुआ, जब बोलेरो पिकअप गाड़ी नैणा देवी मंदिर से दर्शन कर लौटते समय राड़ा साहिब से होते हुए जगेड़ा पुल पार कर रही थी।
ग्रामीणों ने बताया कि रात के अंधेरे के कारण दृश्यता बहुत कम थी। ऐसा अनुमान है कि वाहन चालक ने नियंत्रण खो दिया और गाड़ी सीधे नहर में जा गिरी। नहर में पानी का बहाव तेज था, जिससे वाहन पूरी तरह पानी में डूब गया। हादसे के साथ ही घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और आसपास के लोग पानी में कूद गए।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी पुलिस और प्रशासन
खन्ना पुलिस और जिला प्रशासन ने सूचना मिलते ही तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। गोताखोरों की मदद ली गई है और नहर की गहराई में खोज अभियान चलाया जा रहा है। रेस्क्यू टीम ने अब तक 6 श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि कुछ अभी भी लापता हैं।
एसपी (ग्रामीण) गुरमीत सिंह ने बताया, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सभी को जल्द से जल्द खोजा जाए। लापता लोगों की तलाश के लिए नहर के बहाव के साथ भी सर्च जारी है। रात में अंधेरा और पानी का बहाव हमारे लिए चुनौती बना हुआ था।”
घायल श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया
इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को खन्ना सिविल अस्पताल और लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि अधिकतर घायलों को नहर से बाहर निकालते समय सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, लेकिन समय रहते चिकित्सा मिल जाने से उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
हादसे की जांच शुरू, चालक और वाहन का ब्यौरा खंगाला जा रहा
पुलिस प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। बोलेरो वाहन के चालक की पहचान की जा रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या वाहन में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और क्या कोई तकनीकी खामी या लापरवाही हादसे का कारण बनी।
थाना जगेड़ा के प्रभारी इंस्पेक्टर हरपाल सिंह ने बताया, “हम वाहन मालिक और चालक की पृष्ठभूमि की जांच कर रहे हैं। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था। प्रारंभिक जांच से लगता है कि वाहन में अधिक लोग सवार थे, जिससे संतुलन बिगड़ गया।”
सुबह से फिर शुरू हुई खोज, लापता लोगों की जानकारी जुटाई जा रही
रातभर चले रेस्क्यू के बाद सुबह होते ही फिर से तलाशी अभियान तेज कर दिया गया। स्थानीय पंचायत और प्रशासन लापता लोगों के परिजनों से जानकारी जुटा रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वाहन में कितने लोग थे और कितने अभी तक नहीं मिले।
लुधियाना के डीसी सुरेश कुमार ने बताया, “हमने डिटेल्स कलेक्ट करने के लिए हेल्प डेस्क स्थापित कर दिया है। परिवारजन वहां से अपने लापता सदस्यों की सूचना दे सकते हैं। साथ ही प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे घटनास्थल पर भीड़ न लगाएं ताकि रेस्क्यू कार्य में बाधा न आए।”