चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव की तारीख अब 30 जनवरी, 2025 को निर्धारित कर दी गई है। यह निर्णय चंडीगढ़ के जिला कलेक्टर निशांत यादव ने मंगलवार (21 जनवरी) को जारी एक नोटिफिकेशन के माध्यम से लिया। पहले यह चुनाव 24 जनवरी को प्रस्तावित थे, लेकिन चंडीगढ़ हाई कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव की तारीख में बदलाव किया गया है। कोर्ट के फैसले के बाद, अब उम्मीदवारों को फिर से नॉमिनेशन करना होगा, जिससे चुनावी प्रक्रिया में एक नई दिशा सामने आई है।
चुनावी प्रक्रिया में बदलाव: हाई कोर्ट का आदेश
पिछले दिनों चंडीगढ़ हाई कोर्ट ने इस मामले में महत्वपूर्ण निर्णय दिया, जिसके बाद नए सिरे से चुनावी प्रक्रिया को शुरू किया गया है। चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर के चुनाव में 30 जनवरी को मतदान होगा और इसी दिन मेयर के अलावा सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए भी उम्मीदवार चुने जाएंगे। पहले प्रस्तावित 24 जनवरी की तारीख को लेकर आपत्ति जताते हुए कुलदीप सिंह ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
कुलदीप सिंह का कहना था कि उनका मेयर का कार्यकाल 20 फरवरी 2024 को शुरू हुआ था और 24 जनवरी को चुनाव कराने से उनका कार्यकाल पूरा नहीं हो रहा था। हाई कोर्ट ने उनके इस तर्क को स्वीकार करते हुए 30 जनवरी की तारीख तय की, जैसा कि पिछले साल की प्रक्रिया में किया गया था।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में प्रमुख दलों की भूमिका
अब, 30 जनवरी को होने वाले चुनाव में चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर पद को लेकर प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच गठबंधन की खबरें सामने आई हैं। हालांकि, अब तक इन दोनों दलों ने अपने मेयर कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मेयर पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने हरप्रीत कौर बबला को मेयर पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
इसके अलावा बीजेपी ने सीनियर डिप्टी मेयर पद के लिए बिमला दुबे और डिप्टी मेयर पद के लिए लखबीर सिंह बिल्लू के नाम तय किए हैं। बीजेपी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उनकी पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतर रही है और उन्हें विश्वास है कि चंडीगढ़ के लोग उन्हें समर्थन देंगे।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन: मेयर पद की दावेदारी
सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस पार्टी के बीच चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर पद को लेकर गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन के तहत, आम आदमी पार्टी मेयर पद के लिए अपनी उम्मीदवार उतारेगी, जबकि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
आम आदमी पार्टी के छह महिला पार्षदों ने मेयर पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। यह दिलचस्प होगा कि चंडीगढ़ में महिला उम्मीदवारों की संख्या और उनकी राजनीतिक ताकत को लेकर किस तरह का समीकरण बनता है। वहीं, कांग्रेस भी इस गठबंधन में अपनी पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है और पार्टी के कार्यकर्ता इस चुनाव में जीत की पूरी उम्मीद लगाए हुए हैं।
बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में बीजेपी, 15 पार्षदों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई है। पार्टी ने नगर निगम में बहुमत के लिए अपनी ताकत को और मजबूत किया है। भाजपा के लिए यह चुनावी मुकाबला चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अपनी रणनीति को लेकर चुनावी मैदान में कड़ी टक्कर देने की पूरी तैयारी की है।
बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वे अपनी सीटों की संख्या को बनाए रखें और मेयर पद पर अपना कब्जा बरकरार रखें। पार्टी को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके उम्मीदवार को चंडीगढ़ के लोग अपना समर्थन दें और चुनाव में उनका प्रदर्शन मजबूत हो।
चुनावी मैदान में हलचल: उम्मीदवारों के नॉमिनेशन और उम्मीदें
चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर पद के चुनाव में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के नॉमिनेशन प्रक्रिया में नए सिरे से बदलाव होने के कारण, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-कौन से उम्मीदवार इस चुनावी दौड़ में शामिल होते हैं। 30 जनवरी को होने वाले चुनाव में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए जबरदस्त मुकाबला होने की संभावना है।
इससे पहले, सभी दलों को अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देना होगा और उनके नॉमिनेशन को पूरा करना होगा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की रणनीति इस चुनाव में अहम भूमिका निभाएगी क्योंकि इन दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन है और वे मिलकर बीजेपी से मुकाबला करेंगे।
कुलदीप सिंह की याचिका: हाई कोर्ट का महत्वपूर्ण आदेश
कुलदीप सिंह ने चंडीगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि 24 जनवरी को चुनाव होने से उनका कार्यकाल पूरा नहीं हो रहा था, जबकि उनका कार्यकाल 20 फरवरी 2024 को शुरू हुआ था। कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए फैसला सुनाया और 30 जनवरी को चुनाव की तारीख निर्धारित की।
इस फैसले के बाद अब चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव की प्रक्रिया में साफ-सफाई आई है और इससे चुनावी परिदृश्य भी स्पष्ट हो गया है। कोर्ट के इस आदेश के बाद अब उम्मीदवारों के नॉमिनेशन की प्रक्रिया दोबारा से शुरू हो गई है।