
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को नया प्रधान सचिव मिल गया है। पंजाब सरकार ने 2006 बैच के आईएएस अधिकारी रवि भगत को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त किया है। इससे पहले, रवि भगत मुख्यमंत्री भगवंत मान के स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत थे। रवि भगत की यह पदोन्नति राज्य के प्रशासनिक फेरबदल के तहत हुई है और इसके बाद अब यह देखा जाएगा कि स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में किसे नियुक्त किया जाएगा।
रवि भगत की नियुक्ति और उनका प्रशासनिक करियर
रवि भगत की नियुक्ति पंजाब सरकार की एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव के तौर पर मानी जा रही है। इससे पहले, एडीजीपी गौरव यादव मुख्यमंत्री भगवंत मान के स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी थे। गौरव यादव, जो 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, ने मुख्यमंत्री के पदभार संभालने के बाद यह जिम्मेदारी ली थी। अब जब रवि भगत को प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है, तो पंजाब की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था में यह एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
रवि भगत की शिक्षा और उनकी विशेषज्ञता भी बहुत प्रभावशाली है। उन्होंने जियो पॉलिटिक्स में एम.फिल किया है और इसके अलावा रीजनल डेवलपमेंट में एमए, पब्लिक पॉलिसी में एमए, और पब्लिक पॉलिसी एंड मैनेजमेंट में एमएससी की डिग्री हासिल की है। उनकी शिक्षा की पृष्ठभूमि उनके प्रशासनिक कार्यों में उनकी दक्षता को दर्शाती है। उनके इन शैक्षणिक योग्यता के साथ, वह एक योग्य और समझदार अधिकारी माने जाते हैं।
रवि भगत की शिक्षा जालंधर यूनिवर्सिटी से हुई है, और उनके पास प्रशासनिक कार्यों और विकास नीति पर गहरी समझ है। उनकी नियुक्ति से यह उम्मीद जताई जा रही है कि पंजाब की सरकार अब राज्य के प्रशासनिक सुधारों में और अधिक प्रभावी कदम उठा सकेगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यकाल में प्रधान सचिव की नियुक्तियों में बदलाव
यह ध्यान देने योग्य है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यकाल के दौरान अब तक तीन प्रधान सचिव बदल चुके हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद से यह पद कई बार बदला गया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि पंजाब सरकार अपने प्रशासनिक ढांचे को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए लगातार बदलावों पर ध्यान दे रही है।
2022 में जब भगवंत मान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब से लेकर अब तक यह पद कई बार बदला गया है। इस बदलाव के पीछे एक बड़ा उद्देश्य राज्य में प्रशासनिक सुधार और कार्यकुशलता को बढ़ावा देना था। इस बार रवि भगत की पदोन्नति और नियुक्ति, प्रशासनिक बदलावों की प्रक्रिया का हिस्सा है, जो मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार द्वारा राज्य में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के प्रयासों को दर्शाता है।
हालांकि, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी के तौर पर अब किसे नियुक्त किया जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण सवाल है क्योंकि इस पद पर नियुक्त होने वाला व्यक्ति मुख्यमंत्री के साथ काम करते हुए राज्य के प्रशासनिक कार्यों को दिशा देने का कार्य करेगा। इस बदलाव से प्रशासन में नई ऊर्जा और सुधार की उम्मीद की जा रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान और प्रशासनिक सुधार
मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने हमेशा प्रशासनिक सुधारों और जनहित में कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया है। उनके कार्यकाल में कई योजनाओं और कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया है, जिनका उद्देश्य राज्य के नागरिकों को बेहतर सेवाएं और शासन देना है। रवि भगत की नियुक्ति से यह उम्मीद जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री मान की सरकार अब अधिक समर्पण और तेज़ी से अपनी योजनाओं को लागू करेगी।
मुख्यमंत्री मान के प्रशासनिक सुधारों में उनकी टीम का महत्वपूर्ण योगदान है। रवि भगत के जैसी योग्य और अनुभव से परिपूर्ण अधिकारियों की नियुक्ति से यह संकेत मिलता है कि पंजाब सरकार राज्य के विकास और प्रशासनिक दक्षता को नए स्तर पर ले जाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा, प्रशासनिक फेरबदल के बाद पंजाब सरकार की कार्यशैली में और भी अधिक समन्वय और पारदर्शिता देखने को मिल सकती है।