पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को शहर का औचक दौरा किया, जिसमें उन्होंने स्थानीय सरकारी आईटीआई और सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी बातचीत की और अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री का यह दौरा सरकार द्वारा किए गए विभिन्न सुधारों और कार्यों की समीक्षा के लिए था। हालांकि, पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने इस दौरे को छापेमारी से जोड़ने की बात का खंडन किया और इसे एक नियमित निरीक्षण बताया।
सिविल अस्पताल का निरीक्षण और मरीजों से बातचीत
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का मुआयना किया और भर्ती मरीजों से उनकी सेहत और इलाज के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मरीजों से पूछा कि क्या डॉक्टर समय पर उनकी देखभाल कर रहे हैं और क्या सभी दवाइयां अस्पताल से ही उपलब्ध कराई जा रही हैं। मरीजों ने मुख्यमंत्री को बताया कि डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं और अस्पताल में दवाइयों की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बताया कि अस्पताल में दवाइयों की खरीद के लिए अतिरिक्त पैसे उपलब्ध हैं, लेकिन अस्पताल में स्टाफ नर्सों और सफाई कर्मचारियों की कमी है। उन्होंने इस कमी को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए तत्पर है, और इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकारी आईटीआई का निरीक्षण और सुधार की योजना
इसके बाद मुख्यमंत्री ने बुढलाडा स्थित सरकारी आईटीआई का दौरा किया, जो एक बहुत पुराना औद्योगिक संस्थान है। मुख्यमंत्री ने यहां देखा कि इस संस्थान में करीब 600 विद्यार्थी प्रशिक्षण ले रहे हैं, लेकिन यह संस्थान अब खंडहर का रूप ले चुका है। उन्होंने इस हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए एडीसी डेवलपमेंट को निर्देश दिए कि वे इस भवन के संबंध में पूरी जानकारी उपलब्ध कराएं, जिसमें यह बताया जाए कि कौन सा हिस्सा तोड़ने योग्य है और कौन सा हिस्सा नया निर्माण किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से इस बारे में एक सप्ताह के भीतर पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा, ताकि संस्थान की स्थिति को सुधारा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दे रही है और इसके लिए समय-समय पर डॉक्टरों और प्रशिक्षुओं की भर्ती की जा रही है।
अस्पताल और शिक्षा में सुधार की दिशा
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस मौके पर कहा कि पंजाब सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर और प्रशिक्षु नहीं होंगे तो अस्पताल और स्कूल कैसे चलेंगे। इसी वजह से उनकी सरकार डाक्टरों और प्रशिक्षुओं की नियमित भर्ती कर रही है, ताकि इन सेवाओं की गुणवत्ता में कोई कमी न आए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कुछ खामियों को दूर करना सरकार के लिए चुनौती हो सकता है, लेकिन इन खामियों को दूर करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही 75 साल पुरानी कुछ समस्याओं का समाधान होगा, राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा प्रणाली में सुधार दिखाई देगा।
75 साल पुरानी समस्याओं का समाधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में 75 साल पुरानी कुछ समस्याओं का समाधान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन उनकी सरकार लगातार इन समस्याओं को दूर करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार जल्द ही जनता को और अधिक सुविधाएं प्रदान करेगी। उदाहरण के तौर पर, बुढ़लाडा की अनाज मंडी को बाहर ले जाने की योजना बनाई जा रही है, जिसके लिए जगह देखी जा रही है। इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कई प्रमुख नेता भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस अवसर पर कहा कि पंजाब सरकार लगातार राज्य के विकास के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब की जनता के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही इन दोनों क्षेत्रों में बहुत अधिक सुधार दिखाई देगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनका यह दौरा सरकार की योजनाओं की सफलता सुनिश्चित करने के लिए था। वे अपने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कह रहे हैं कि सरकारी योजनाओं का फायदा आम लोगों तक पहुंचे और उन योजनाओं का सही तरीके से कार्यान्वयन हो।