पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सोमवार को केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी से मिलेंगे। इस बैठक में वह राज्य के चावल मिलर्स और आढ़तियों (कमीशन एजेंट) के मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जो पिछले कुछ समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों का धान की खरीद पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे किसानों की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
किसानों की स्थिति पर मुख्यमंत्री की चिंता
शनिवार को धान की खरीद की समीक्षा बैठक के बाद, मुख्यमंत्री मान ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के साथ फोन पर बातचीत की। उन्होंने उन्हें पंजाब के किसानों की स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया और इस मामले पर विचार-विमर्श के लिए समय मांगा। मुख्यमंत्री मान का कहना है कि अगर समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो इसका प्रभाव सीधे किसानों की आय पर पड़ेगा।
चावल मिलर्स और आढ़तियों की मांगे
मुख्यमंत्री मान की दिल्ली में होने वाली बैठक के दौरान, चावल मिलर्स और आढ़तियों की कई प्रमुख मांगें सामने आएंगी। आढ़तियों का मुख्य मांग है कि उनके कमीशन में वृद्धि की जाए। वर्तमान में, वे अपनी सेवा के लिए जो कमीशन लेते हैं, वह उन्हें पर्याप्त नहीं लगता। वहीं, चावल मिल मालिकों की मांग है कि केंद्र सरकार पिछले सीजन से अनाज का स्टॉक ले, ताकि उनके पास अधिक जगह हो सके।
पीआर-126 धान किस्म पर चर्चा
बैठक में यह भी चर्चा की जाएगी कि पीआर-126 धान किस्म के लिए उत्पादन रेशियों के मानदंड की समीक्षा की जाए। यह कदम इस किस्म की उपज को बढ़ाने और किसानों को बेहतर लाभ दिलाने के लिए आवश्यक है। किसानों की अधिक उपज और बाजार में बेहतर मूल्य पाने के लिए यह पहल महत्वपूर्ण होगी।
राज्य सरकार की तैयारी और व्यवस्थाएं
सीएम भगवंत मान ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सुनिश्चित करें कि मंडियों से धान का एक-एक दाना खरीदा और उठाया जाए। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार धान का एक-एक दाना खरीदने और उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।”