पंजाब सरकार ने हाल ही में राज्य में चल रहे आम आदमी क्लीनिकों के नाम बदलने का फैसला किया है। अब इन क्लीनिकों को ‘आयुष्मान आरोग्य केंद्र’ के नाम से जाना जाएगा। इस महत्वपूर्ण फैसले के बाद राज्य सरकार को एक बड़ी वित्तीय राहत मिली है। केंद्र ने पंजाब को 1250 करोड़ रुपये की विशेष पूंजी सहायता जारी की है, जिससे राज्य के वित्तीय संकट में राहत मिलने की संभावना है। हालांकि, इस राशि में से 400 करोड़ रुपये अभी तक जारी नहीं हुए हैं, लेकिन दिसंबर के अंत तक यह राशि भी मिल जाने की संभावना है।
पंजाब सरकार को मिल रहा वित्तीय समर्थन
केंद्र की तरफ से पंजाब को विशेष पूंजी सहायता के रूप में 1250 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, जो राज्य सरकार के लिए एक बड़ी राहत है। इस रकम के जारी होने से पंजाब सरकार को अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने में सहायता मिलेगी। यह सहायता योजना वित्तीय वर्ष 2020-21 में शुरू की गई थी और इसके तहत केंद्र ने कई राज्यों को पूंजी सहायता प्रदान की थी।
हालांकि, पंजाब के लिए यह फंड जारी होने से पहले एक लंबी प्रक्रिया और विवाद रहा था। दरअसल, केंद्र का आरोप था कि पंजाब सरकार उन योजनाओं पर खर्च करने के बजाय नए क्लीनिकों की स्थापना और अन्य योजनाओं पर पैसे खर्च कर रही थी, जिसके कारण विभिन्न योजनाओं के तहत फंड का उपयोग नहीं हो पा रहा था। इस वजह से पिछले दो वर्षों में पंजाब के 10,000 करोड़ रुपये के फंड रोक दिए गए थे। अब पंजाब सरकार के ‘आयुष्मान आरोग्य केंद्र’ नामक फैसले से केंद्र ने राज्य को राहत देने का संकेत दिया है।
क्या है विशेष पूंजी सहायता योजना?
केंद्र ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में विशेष पूंजी सहायता योजना की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य राज्य सरकारों को वित्तीय संकट से उबारना और विभिन्न योजनाओं के लिए आवश्यक फंड की व्यवस्था करना था। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 16 राज्यों को विशेष पूंजी सहायता के रूप में 56,415 करोड़ रुपये जारी किए गए थे, लेकिन पंजाब का नाम इस सूची में नहीं था। पंजाब को पिछले दो वर्षों से विशेष पूंजी सहायता के तहत मिलने वाली रकम में रोकावट आई थी। इसके अलावा, राज्य को नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) और रूरल डेवलपमेंट फंड (आरडीएफ) जैसे अन्य फंड भी नहीं मिल रहे थे।
केंद्र का आरोप था कि पंजाब सरकार उन फंडों का सही तरीके से उपयोग नहीं कर रही थी और नई योजनाओं पर खर्च कर रही थी। इसके कारण केंद्र ने पंजाब के फंड रोकने का फैसला किया था। लेकिन अब राज्य सरकार के द्वारा आम आदमी क्लीनिक के नाम को बदलकर ‘आयुष्मान आरोग्य केंद्र’ रखने के निर्णय के बाद केंद्रीय सरकार ने इस फंड को जारी किया है, जिससे राज्य के विकास कार्यों को गति मिलेगी।
विशेष पूंजी सहायता से अन्य राज्यों को भी हुआ लाभ
विशेष पूंजी सहायता योजना के तहत हरियाणा और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों को भी सहायता मिली है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में हरियाणा को 1,093 करोड़ रुपये और हिमाचल प्रदेश को 826 करोड़ रुपये विशेष पूंजी सहायता के रूप में मिले थे। हालांकि, पंजाब का नाम इस सूची में नहीं था और राज्य के लगभग 1100 करोड़ रुपये रोक दिए गए थे।
केंद्र सरकार की ओर से यह आरोप लगाया गया था कि पंजाब सरकार इन फंडों का सही तरीके से उपयोग नहीं कर रही थी, लेकिन अब ‘आयुष्मान आरोग्य केंद्र’ जैसे फैसले से पंजाब सरकार ने एक सकारात्मक कदम उठाया है। इसके बाद केंद्र ने पंजाब को सहायता देने का फैसला किया है, जिससे राज्य में वित्तीय स्थिति बेहतर हो सकती है।
‘आयुष्मान आरोग्य केंद्र’ योजना का महत्व
पंजाब सरकार द्वारा आम आदमी क्लीनिक के नाम को बदलकर ‘आयुष्मान आरोग्य केंद्र’ रखने का फैसला राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस फैसले का उद्देश्य राज्य के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इसके तहत, हर जिले में अधिक संख्या में आयुष्मान आरोग्य केंद्र खोले जाएंगे, जहां पर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी।
यह कदम राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र को एक नई दिशा देगा, क्योंकि ‘आयुष्मान आरोग्य केंद्र’ के जरिए ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। पंजाब सरकार का उद्देश्य इस योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा में सुधार करना और आम नागरिकों को सस्ती और प्रभावी चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना है।