पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। मुख्यमंत्री मान ने स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिसके माध्यम से आम लोग सीधे मुख्यमंत्री से अपनी शिकायतें कर सकते हैं।
हेल्पलाइन नंबर की घोषणा
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने 23 मार्च 2022 को शहीद भगत सिंह के शहादत दिवस पर भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग की शुरुआत की। इस अवसर पर, उन्होंने जनता से सहयोग की अपील की और शिकायतों के लिए वाट्सऐप नंबर ‘9501200200’ जारी किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “अगर आपसे कोई रिश्वत मांगता है, तो इस नंबर पर ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग भेजें। इसमें सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
भ्रष्टाचार मुक्त पंजाब का सपना
मान ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त पंजाब हमारे वीर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उनका वादा है कि वे राज्य में भ्रष्टाचार की बीमारी को जड़ से खत्म करेंगे। इस हेल्पलाइन के माध्यम से, किसी भी सरकारी काम के लिए रिश्वत मांगने वाले व्यक्तियों की शिकायत की जा सकती है।
एंटी करप्शन हेल्पलाइन की प्रभावशीलता
2023 में, पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखा। इस दौरान, ब्यूरो ने 251 मामलों में 288 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। इसमें 70 सरकारी अधिकारी, 66 पुलिसकर्मी, और 44 राजस्व अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा, विजिलेंस ब्यूरो ने सात राजनीतिक नेताओं और 70 सरकारी अफसरों-मुलाजिमों के खिलाफ केस दर्ज किए और 133 ट्रैप मामलों में 59,57,000 रुपये की रकम बरामद की।
शिकायतों का प्रबंधन
एंटी करप्शन हेल्पलाइन की शुरुआत के बाद, पंजाब में ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग सहित लगभग 11,074 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से 5,740 शिकायतें संबंधित विभागों को भेजी गईं, जबकि 630 शिकायतें विभिन्न विजिलेंस रेंज को जांच के लिए भेजी गईं।
सरकारी कार्यों में पारदर्शिता
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर सरकारी कार्यों में पारदर्शिता को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाइयों से ‘रंगला पंजाब’ का सपना साकार हो रहा है। यह प्रयास न केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी एक सशक्त संदेश है कि भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा।