
पंजाब के गवर्नर, गुलाब चंद कटारिया की नशे के खिलाफ जागरूकता मुहिम, जो 3 अप्रैल को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से शुरू हुई थी, आज यानी 8 अप्रैल को अमृतसर के ऐतिहासिक जालियांवाला बाग में समाप्त हुई। इस अभियान के तहत गवर्नर ने लोगों को नशे के खिलाफ एकजुट होने और इस सामाजिक बुराई को खत्म करने की अपील की।
गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने अपने संबोधन में कहा कि भले ही यह मुहिम जालियांवाला बाग में समाप्त हुई हो, लेकिन उनका उद्देश्य इसे सिर्फ एक समारोह तक सीमित नहीं रखना है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अब इसे गांव स्तर और मोहल्ला स्तर पर पुनः शुरू करेंगे। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि अब से लोगों को खुद इस मुहिम को आगे बढ़ाना होगा और इसे सामाजिक आंदोलन में बदलना होगा।
मुहिम का उद्देश्य और योजनाएं
गवर्नर ने मुहिम की शुरुआत में ही इस बात को स्पष्ट किया कि यह सिर्फ एक स्मारक यात्रा नहीं थी, बल्कि इसका उद्देश्य पंजाब में नशे के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना था। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “मैंने इस मुहिम को शुरू करने से पहले सभी राजनीतिक दलों, धर्म गुरुओं और समाजिक संस्थाओं को इस मुहिम में शामिल होने का निमंत्रण भेजा था।”
कटारिया ने बताया कि अब जिला स्तर और गांव स्तर पर कमेटी बनाई जाएगी ताकि नशे की लत को जड़ से समाप्त किया जा सके। इस प्रक्रिया में स्थानीय लोगों का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान को सिर्फ सरकार के द्वारा नहीं बल्कि सभी नागरिकों और संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों से ही सफल बनाया जा सकता है।
पंजाब सरकार की कार्रवाई पर गवर्नर का बयान
गवर्नर ने पंजाब सरकार की सराहना की और कहा, “पिछले दो महीनों में राज्य सरकार ने नशा तस्करों के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं। यह पहली बार है जब तस्करों की संपत्तियों पर कार्रवाई की जा रही है। यह कदम इस दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।”
गवर्नर ने यह भी बताया कि राज्य में नशे की समस्या कई वर्षों से जड़ पकड़ चुकी है, और इसे ठीक करने में समय लगेगा। उन्होंने कहा, “जो हालात कई सालों से बिगड़े हुए थे, उन्हें ठीक करने में कुछ समय तो लगेगा ही। लेकिन हम इसे हर हाल में रोकेंगे।”
राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रिया
हालांकि, गवर्नर ने इस मुहिम में राजनीतिक दलों के योगदान को लेकर थोड़ा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह मेरा कर्तव्य था कि मैं इस मुहिम को शुरू करूं, और मैंने यह किया। अब, जो लोग इस मुहिम में शामिल होना चाहते हैं, वे शामिल हो सकते हैं।”
गवर्नर ने यह भी कहा कि नशे के खिलाफ अभियान को सभी राजनीतिक दलों का समर्थन मिलना चाहिए, क्योंकि यह राजनीति से परे एक सामाजिक मुद्दा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर एकजुट होंगे और नशे के खिलाफ संघर्ष में योगदान देंगे।
जालंधर में ग्रेनेड हमले पर गवर्नर की प्रतिक्रिया
गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से जालंधर में बीजेपी नेता के घर पर हुए ग्रेनेड हमले के बारे में भी सवाल किया गया। इस पर गवर्नर ने कहा कि पंजाब पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर रही है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, जैसे कि असम और पूर्वांचल में देखने को मिल रहे हैं। गवर्नर ने कहा, “सरकार किसी भी ऐसे तत्व के खिलाफ सख्ती से निपटेगी जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने का प्रयास करता है।”