पंजाब पुलिस ने एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में कथित तौर पर टारगेट किलिंग की योजना बनाने वाले पांच गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी जग्गू भगवानपुरिया और अमृतपाल बाथ गैंग से जुड़े हुए थे। पुलिस ने इनके पास से चार हथियार भी बरामद किए हैं। यह गिरफ्तारी रविवार (29 दिसंबर) को तरनतारन जिले में की गई, और इस ऑपरेशन को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने इस मामले की जानकारी साझा करते हुए बताया कि पुलिस ने एक ग्लॉक 9 मिमी पिस्तौल सहित चार हथियार जब्त किए हैं और इन आरोपियों के खिलाफ अब आगे की जांच जारी है। डीजीपी ने इसे पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया, खासकर जब से यह टारगेट किलिंग के बड़े नेटवर्क की पहचान का हिस्सा था।
टारगेट किलिंग की योजना का खुलासा
डीजीपी गौरव यादव ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पंजाब में टारगेट किलिंग की एक सशक्त योजना बनाई थी। उन्होंने कहा, “तरनतारन पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जग्गू भगवानपुरिया और अमृतपाल बाथ गिरोह के पांच सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही, एक ग्लॉक 9 मिमी पिस्तौल सहित चार हथियार भी जब्त किए गए हैं।”
आरोपियों की शुरुआती पूछताछ से पता चला कि इनका उद्देश्य पंजाब के विभिन्न हिस्सों में विरोधियों को निशाना बनाकर हत्या करना था। इनकी योजना को पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया, और इस गिरफ्तारी से गिरोह के नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।
डीजीपी ने यह भी कहा कि हाल ही में तरनतारन इलाके में एक शूटर के बारे में जानकारी प्राप्त हुई थी, जो इस गिरोह द्वारा टारगेट किलिंग में शामिल था। इससे यह संकेत मिलता है कि गिरोह का नेटवर्क कहीं अधिक बड़ा और संगठित था। पुलिस की अब यह प्राथमिकता है कि गिरोह के इस नेटवर्क का और विस्तार से पता लगाया जाए और इसमें शामिल अन्य अपराधियों को पकड़ा जाए।
पंजाब में बढ़ते अपराध और पुलिस की कार्रवाई
पंजाब में अपराध और विशेषकर गैंगवार और टारगेट किलिंग की घटनाओं में पिछले कुछ महीनों में तेजी आई है। पिछले सप्ताह ही पंजाब के गुरदासपुर जिले में एक पुलिस चौकी पर बम फेंकने के मामले में भी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की थी। पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपुर में तीन अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था।
पुलिस मुठभेड़ में तीन अपराधी मारे गए
पुलिस मुठभेड़ 23 दिसंबर 2024 को हुई थी, जब यूपी पुलिस और पंजाब पुलिस की ज्वाइंट टीम ने उत्तर प्रदेश के पूरनपुर में आरोपियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की थी। इस दौरान हुई फायरिंग में तीन अपराधी गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी पूरनपुर भेजा गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने घायल अपराधियों के पास से दो राइफल, दो ग्लॉक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए थे। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि ये अपराधी विशेष रूप से पंजाब और उत्तर प्रदेश में गैंगवार और आतंक फैलाने की योजना बना रहे थे।
पुलिस की सक्रियता और आगामी कदम
पंजाब पुलिस ने इन गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई और अधिक तेज़ की जाएगी और पंजाब में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे। इसके साथ ही, पुलिस विभाग अन्य राज्य पुलिस बलों के साथ मिलकर इन गैंगों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए सघन अभियान चलाएगा।
पंजाब पुलिस ने एक बयान में कहा कि राज्य में अपराधियों की गतिविधियों को लेकर पुलिस को लगातार खुफिया सूचनाएं मिल रही हैं, और उन्हें जल्द ही और गिरोहों की पहचान कर इनका सफाया किया जाएगा। राज्य सरकार ने भी इस मामले में पुलिस के साथ सहयोग करने की बात की है, ताकि इस प्रकार के अपराधों पर काबू पाया जा सके।