
शुक्रवार देर रात पंजाब के अमृतसर जिले के खंड वाला इलाके में स्थित मंदिर ठाकुरद्वारा पर किए गए ग्रेनेड हमले के मामले में तीन आरोपियों को पंजाब पुलिस ने बिहार के माधोपुर जिले से गिरफ्तार किया है। हालांकि, हमले को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं, लेकिन पकड़े गए आरोपियों का उनके साथ गहरा संबंध है। ये तीन आरोपी अमृतसर के ही रहने वाले हैं और आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए काम करते थे। इन आरोपियों के बारे में पुलिस ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है, जिससे मामले की परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं।
गिरफ्तार आरोपी और उनके कनेक्शन
पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों के नाम करणवीर यादव, मुकेश कुमार यादव और साजन सिंह हैं। ये सभी अमृतसर के निवासी हैं और बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए काम करते थे। गिरफ्तार आरोपियों ने ही मंदिर ठाकुरद्वारा पर हुए ग्रेनेड हमले को अंजाम देने के लिए हथियार मुहैया किए थे। वारदात के बाद से ये तीनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे।
पुलिस द्वारा की गई तफ्तीश से यह भी पता चला है कि ये आरोपी पहले से ही आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त थे और उनका संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मजबूत संबंध था। इससे यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है, क्योंकि यह आतंकवादी संगठन पंजाब में कई वर्षों से सक्रिय है और ऐसे हमले आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिश का हिस्सा हो सकते हैं।
पुलिस की तत्परता और गिरफ्तारियों की जानकारी
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह कॉलर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वारदात के तुरंत बाद पुलिस टीम सक्रिय हो गई थी और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच को प्राथमिकता दी गई। 7 मार्च को दो अन्य आरोपी गिरफ्तार किए गए थे, जिनसे ग्रेनेड और नारकोटिक्स बरामद हुए थे। इनसे हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने इन तीनों आरोपियों का पता लगाया और उन्हें बिहार के माधोपुर जिले से गिरफ्तार किया।
गुरप्रीत सिंह ने यह भी कहा कि जांच के दौरान पता चला कि करणवीर यादव पहले से बब्बर खालसा इंटरनेशनल के संपर्क में था। उसके खिलाफ तरन तारण के सरहली थाने में ग्रेनेड, पिस्टल और नारकोटिक्स से जुड़े मामले भी दर्ज हैं। पुलिस का मानना है कि यही आरोपी ग्रेनेड हमले के मुख्य सूत्रधार हो सकते हैं और उन्होंने ही हमले के लिए ग्रेनेड मुहैया कराए थे।
जांच और आगे की प्रक्रिया
अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों को रविवार तक अमृतसर लाया जा सकता है, जहां उनकी गहन पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने आरोपियों से पहले ही काफी जानकारी इकट्ठी की है, लेकिन अब उनकी गिरफ्तारी से मामले की गुत्थी को और सुलझाने की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों के खिलाफ और भी आतंकवाद और नशे की तस्करी से जुड़े मामले सामने आ सकते हैं।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह ने यह भी बताया कि इन गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं और पुलिस इस मामले में उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पूरी तरह से संजीदा है। पुलिस का मानना है कि यह हमले की साजिश पूरी तरह से आतंकवादी संगठनों द्वारा रची गई थी, और इस मामले में और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल का संदिग्ध लिंक
बब्बर खालसा इंटरनेशनल, जो कि एक आतंकवादी संगठन है, ने लंबे समय से पंजाब में कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है। यह संगठन भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने और खालिस्तान की अलगाववादी मांग को उठाने में सक्रिय रहा है। पिछले कुछ वर्षों में बब्बर खालसा इंटरनेशनल के कई आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन संगठन अभी भी पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों में अपनी गतिविधियां चला रहा है।
यह आशंका जताई जा रही है कि शुक्रवार रात का ग्रेनेड हमला बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा किया गया हो, और इस हमले का उद्देश्य पंजाब में आतंकवाद की स्थिति को फिर से भड़काना हो सकता है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में किसी विशेष दिशा को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है, लेकिन यह निश्चित रूप से एक गंभीर जांच का विषय है।