
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार 3 जुलाई को अपना मंत्रिमंडल विस्तार करने जा रही है। इस विस्तार के तहत लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से हाल ही में निर्वाचित हुए विधायक संजीव अरोड़ा को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया गुरुवार दोपहर राजभवन में आयोजित होने वाले एक औपचारिक समारोह में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
यह विस्तार पंजाब की राजनीति में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि इससे आम आदमी पार्टी के चुनावी वादे की साख मजबूत होती दिख रही है। पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उपचुनाव प्रचार के दौरान संजीव अरोड़ा को मंत्री बनाए जाने की सार्वजनिक घोषणा की थी। अब जब अरोड़ा जीतकर विधायक बन चुके हैं, तो पार्टी ने बिना देरी किए अपने वादे को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।
उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस को पीछे छोड़ जीते थे अरोड़ा
संजीव अरोड़ा ने 19 जून को हुए लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भारत भूषण आशु को 10,637 वोटों के अंतर से हराया था। यह उपचुनाव आप विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के जनवरी में निधन के बाद कराया गया था। अरोड़ा की जीत को आम आदमी पार्टी की मजबूत जमीनी पकड़ और संगठन की रणनीतिक सफलता के रूप में देखा गया।
उद्योगपति से राजनेता बने संजीव अरोड़ा पहले राज्यसभा के सदस्य थे, लेकिन उन्होंने विधायक बनने के बाद मंगलवार को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। इससे यह स्पष्ट हो गया था कि पार्टी उन्हें राज्य की राजनीति में अहम भूमिका देने जा रही है।
अरविंद केजरीवाल ने निभाया वादा
उपचुनाव के दौरान प्रचार करते हुए अरविंद केजरीवाल ने पंजाब की जनता से वादा किया था कि अगर संजीव अरोड़ा विधायक चुने जाते हैं तो उन्हें मंत्री पद से नवाज़ा जाएगा। आम आदमी पार्टी हमेशा से चुनावी वादों को लेकर गंभीरता दिखाने की कोशिश करती रही है, और यह नियुक्ति उसी दिशा में एक बड़ा कदम है। पार्टी इसे “राजनीतिक नैतिकता और जवाबदेही” की मिसाल के रूप में पेश कर रही है।
मंत्रिमंडल में खाली थी दो सीटें, अरोड़ा को जगह मिलना तय
फिलहाल पंजाब कैबिनेट में 16 मंत्री (मुख्यमंत्री सहित) हैं, जबकि संविधान के अनुसार 18 मंत्रियों तक की अनुमति है। ऐसे में दो स्थान रिक्त थे, जिनमें से एक अब संजीव अरोड़ा के लिए आरक्षित कर लिया गया है।
पिछले साल सितंबर में भगवंत मान सरकार ने बड़ा फेरबदल करते हुए चार मंत्रियों को हटाकर पांच नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया था। यह अब तक का आखिरी कैबिनेट रिफॉर्म था। ताजा विस्तार में सिर्फ अरोड़ा को ही शामिल किया जा रहा है, लेकिन भविष्य में एक और मंत्री नियुक्त होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
सीएम भगवंत मान की राज्यपाल से मुलाकात के बाद बढ़ी हलचल
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की थी, जिसके बाद कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हो गई थीं। उन्होंने इस मुलाकात के दौरान चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी के लिए स्थायी कार्यालय की मांग भी उठाई थी।
सीएम मान ने मीडिया से बातचीत में कहा था, “AAP अब राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है, हमें पंजाब और गुजरात में जनता का स्पष्ट समर्थन मिला है। चंडीगढ़ में अन्य दलों के स्थायी कार्यालय हैं, लेकिन हमारी पार्टी के पास अब तक कोई दफ्तर नहीं है।” उन्होंने राज्यपाल से समान व्यवहार की मांग की और इस विषय पर हस्तक्षेप करने का अनुरोध भी किया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने दो से चार दिनों में कैबिनेट विस्तार की घोषणा भी की थी और कहा था कि पार्टी अपने हर वादे पर कायम है।
संजीव अरोड़ा: उद्योगपति से जनसेवक बनने का सफर
संजीव अरोड़ा का नाम पंजाब के प्रमुख उद्यमियों में गिना जाता है। राजनीति में उनका आगमन पिछले कुछ वर्षों में हुआ, जब उन्होंने आम आदमी पार्टी के साथ जुड़कर जनहित के मुद्दों को उठाना शुरू किया। राज्यसभा सदस्य के रूप में उन्होंने राज्य और देश के कई सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर अपनी बात रखी।
उनकी व्यावसायिक समझ, संसाधनों की जानकारी और सामाजिक सरोकारों में रुचि ने उन्हें पार्टी के भीतर एक भरोसेमंद चेहरा बना दिया है। अब जब उन्हें मंत्री पद दिया जा रहा है, तो उनसे यह अपेक्षा की जा रही है कि वे प्रशासनिक मोर्चे पर भी कुशलता से कार्य करेंगे।