
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व हेड कोच राहुल द्रविड़ ने पहली बार बेंगलुरु में 4 जून को हुई दर्दनाक भगदड़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। यह भगदड़ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) द्वारा आईपीएल 2025 जीतने के बाद आयोजित जश्न के दौरान हुई थी, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए। इसी शहर के निवासी द्रविड़ ने इस त्रासदी को “बेहद दुखद” और “दिल तोड़ने वाला” बताया है।
द्रविड़, जो अपने करियर की शुरुआत से ही बेंगलुरु से जुड़े रहे हैं और RCB के लिए भी खेल चुके हैं, ने कहा कि यह घटना उनके लिए व्यक्तिगत रूप से भी बहुत पीड़ादायक है क्योंकि यह शहर उनकी आत्मा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, “यह काफी निराशाजनक है, बहुत ही दुखद। मेरी गहरी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं जिन्होंने इस हादसे में अपनों को खोया।”
खेल प्रेमियों का शहर, लेकिन जश्न बन गया मातम
राहुल द्रविड़ ने बेंगलुरु को एक खेलप्रेमी शहर बताते हुए कहा कि यहां क्रिकेट ही नहीं, बल्कि फुटबॉल और कबड्डी जैसी खेलों को भी खूब समर्थन मिलता है। उन्होंने कहा, “मैं इसी शहर से हूं। मैंने यहां खेला है, यहां की भीड़ को देखा है, जो खेल के लिए समर्पित होती है। लेकिन यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जश्न के माहौल में ऐसी त्रासदी हो गई।”
RCB के लिए खेल चुके द्रविड़ ने स्वीकार किया कि टीम के फैंस की संख्या और जुनून असाधारण है, लेकिन किसी आयोजन की तैयारी में सुरक्षा और व्यवस्था की चूक ऐसे हादसों की वजह बन सकती है। “यह हादसा हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि आगे से ऐसे आयोजनों की योजना और बेहतर होनी चाहिए,” उन्होंने कहा।
क्या हुआ था 4 जून को?
4 जून 2025 को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों की संख्या में लोग जमा हुए थे। आयोजन का उद्देश्य टीम के खिलाड़ियों और ट्रॉफी की एक झलक पाने का था। आयोजकों द्वारा आमंत्रण के बिना ही बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए, जिससे हालात बेकाबू हो गए। इसी दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।
इस भगदड़ के लिए राज्य सरकार ने पुलिस और आयोजकों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। अब तक कई आला अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है, जिनमें बेंगलुरु सिटी पुलिस के कुछ वरिष्ठ अफसर शामिल हैं। वहीं, RCB के मार्केटिंग एंड रेवेन्यू हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर भीड़ नियंत्रण में चूक और आयोजन से जुड़े नियमों की अनदेखी का आरोप है।
मुआवजे की घोषणा: सरकार और फ्रेंचाइज़ी दोनों ने बढ़ाया हाथ
कर्नाटक सरकार ने शुरुआत में मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया गया। इसके अलावा, RCB फ्रेंचाइज़ी ने भी प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये देने का ऐलान किया है।
इसके अलावा सरकार ने घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी भी ली है और इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना पर दुख जताते हुए कहा था, “यह एक सामूहिक विफलता है, और हम सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसा न हो।”