हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उन्होंने हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर किसी भी अधिकारी ने भ्रष्टाचार या आर्थिक अनियमितताओं में भाग लिया, तो उन्हें जेल जाना होगा। इस मीटिंग के दौरान मंत्री ने कहा, “भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे अधिकारी गुरुग्राम छोड़कर चले जाएं, राव नरबीर से उन्हें कोई नहीं बचा सकता।”
अल्टीमेटम का उद्देश्य
राव नरबीर सिंह ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि उन्हें दिवाली तक का समय दिया गया है ताकि वे अपने आकाओं से बात कर सकें और भ्रष्टाचार को छोड़ दें। सूत्रों के अनुसार, राव नरबीर ने 2019 से 2024 के बीच जनता के कई महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने के लिए अधिकारियों को कॉल किया था। लेकिन कई अधिकारियों ने अपने पदों का दुरुपयोग करते हुए उनसे पैसे की मांग की, जिसके कारण मंत्री को यह सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
राव नरबीर सिंह का राजनीतिक सफर
राव नरबीर सिंह की राजनीतिक यात्रा उल्लेखनीय रही है। उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनावों में चार बार जीत हासिल की है और हर बार उन्हें मंत्री बनने का अवसर मिला है। 2019 के चुनाव में उनका टिकट काटा गया था, लेकिन 2024 में उन्होंने शानदार वापसी की है। उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत चौधरी देवीलाल की सरकार के दौरान हुई, जब वह पहली बार मंत्री बने थे। इसके बाद 1996 में चौधरी बंसीलाल की सरकार में और 2014 में मनोहर लाल खट्टर की सरकार में भी उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला।
राजनीति में विरासत
राव नरबीर सिंह का राजनीतिक सफर उनके परिवार की राजनीतिक विरासत से जुड़ा हुआ है। उनके दादा और पिता दोनों ही विधायक रह चुके हैं, और राव नरबीर सिंह ने 25 वर्ष की उम्र में पहली बार मंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया। यह युवा नेता अपने दृढ़ संकल्प और नीतियों के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं।