
देश की सबसे अमीर महिला, सावित्री जिंदल, हरियाणा विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में हिसार से चुनावी मैदान में उतरी हैं। वे बीजेपी सांसद नवीन जिंदल की मां हैं, लेकिन इस बार उनका चुनावी सफर बिल्कुल अलग है।
परिवार का समर्थन
सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल, जो कुरुक्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे हैं, दूर रहने के बावजूद, उनकी पत्नी शालू जिंदल ने चुनावी अभियान में सक्रियता दिखाई है। हाल ही में, शालू ने अपने सास के लिए वोट मांगे। अन्य परिवार के सदस्य, जैसे पृथ्वीराज, सज्जन, और रतन जिंदल भी चुनावी प्रचार में जुटे हैं।
राजनीतिक सफर का मोड़
सावित्री जिंदल ने स्पष्ट किया कि जब किसी भी पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, तब उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। इस निर्णय के पीछे का उनका दृढ़ता से खड़ा होना दर्शाता है कि वे किसी पार्टी के दवाब में नहीं आना चाहतीं।
संपत्ति और प्रतिष्ठा
सावित्री जिंदल, जिनके पास 2.77 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिंदल समूह की चेयरपर्सन हैं। वे स्वर्गीय ओपी जिंदल की पत्नी हैं, जिन्हें स्टील किंग के नाम से जाना जाता था। फॉर्च्यून इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, उनका ये स्थान उन्हें केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि आर्थिक क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण हस्ती बनाता है।
चुनाव की तारीखें
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा, और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी। इस चुनाव में राज्य की सभी 90 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। साथ ही, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भी मतदान हो रहा है।
सावित्री जिंदल का चुनावी अभियान इस बार एक नया मोड़ ले रहा है, जो न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे हरियाणा की राजनीति पर प्रभाव डाल सकता है।