
शनिवार (05 अप्रैल) को पंजाब के फिरोजपुर जिले में एक बड़ा स्कूल बस हादसा हुआ। अरमानपुरा गांव के पास एक निजी स्कूल बस, जिसमें 20 छात्र सवार थे, नाले में गिर गई। घटना सुबह के समय तब हुई जब यह बस छात्रों को स्कूल छोड़ने के लिए निकली थी। हालांकि, गनीमत रही कि इस हादसे में बच्चों को ज्यादा चोटें नहीं आईं और वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इस घटना ने पूरे इलाके में चिंता का माहौल बना दिया, लेकिन राहत की बात यह रही कि कोई बड़ी जान-माल की हानि नहीं हुई।
हादसे के बाद पुलिस प्रशासन की तत्परता
फिरोजपुर के एसएसपी भूपेंद्र सिंह ने इस हादसे की जानकारी दी और बताया कि छात्रों को कोई गंभीर चोट नहीं आई है। पुलिस बल घटनास्थल पर तुरंत पहुंचा और अभिभावकों से बयान लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, “पुलिस प्रशासन मामला दर्ज कर रहा है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हम घटना की पूरी जांच कर रहे हैं।”
एसएसपी भूपेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि इस हादसे के बाद प्रशासन ने स्कूल बसों की सुरक्षा को लेकर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि आरटीए (रोड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी), ट्रैफिक विंग और डीएसपी सब डिवीजन के समन्वय से निर्देश दिए गए हैं कि सभी स्कूल बसों की जांच की जाए। अगर किसी बस को सड़क पर चलने के लिए अनुपयुक्त पाया जाता है, तो उसे तत्काल बंद किया जाएगा।
प्रशासन ने दिए स्कूल बसों की जांच के निर्देश
फिरोजपुर प्रशासन ने सभी स्कूलों को अपनी बसों की सुरक्षा जांचने के आदेश दिए हैं। इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी स्कूल बसें सड़क पर चलने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हों। यदि कोई स्कूल बस मानकों के अनुसार नहीं पाई जाती, तो आरटीए स्कूल से समन्वय करके उन बसों को तुरंत बंद करने की कार्रवाई करेगा।
फिरोजपुर प्रशासन का यह कदम न केवल इस हादसे के बाद बल्कि भविष्य में होने वाले संभावित दुर्घटनाओं से बचने के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। प्रशासन की ओर से यह कदम बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है, ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जताई चिंता
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस हादसे पर चिंता जताई और इसे दुखद करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “फिरोज़पुर में सेम नाले में बच्चों से भरी एक निजी स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त होने का दुखद समाचार मिला। प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं और राहत कार्यों की पल-पल की जानकारी ले रहा हूं। परमात्मा से सभी की कुशलता और सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान की यह प्रतिक्रिया इस बात को दर्शाती है कि राज्य सरकार बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं।
फिरोजपुर-फाजिल्का हाईवे पर एक और हादसा
यह हादसा फिरोजपुर जिले में एक सप्ताह के अंदर दूसरा बड़ा सड़क हादसा है। इससे पहले, 31 मार्च को फिरोजपुर-फाजिल्का हाईवे पर गोलूका मोड़ के पास एक पिकअप गाड़ी और कैंटर के बीच भीषण टक्कर हो गई थी। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया था।
इस हादसे के बाद भी प्रशासन ने सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। फिरोजपुर-फाजिल्का हाईवे जैसे प्रमुख मार्गों पर दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बनी हुई है।