
भारी बारिश के कारण उत्पन्न हो रहे बाढ़ जैसे हालात और जीवन पर पड़ते प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए पंजाब सरकार ने राज्यभर के स्कूलों को 4 दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार, 26 अगस्त को इसकी घोषणा करते हुए बताया कि राज्य के सभी सरकारी व निजी प्राइमरी, सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूल 27 से 30 अगस्त तक बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया और प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि, “राज्य में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी भारी वर्षा की संभावना जताई है। बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए हमने यह निर्णय लिया है।”
मौसम विभाग ने जताई अत्यधिक भारी बारिश की आशंका
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में 26 अगस्त तक अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई गई थी, जो कि अगले पांच दिनों तक जारी रहने की चेतावनी के साथ आई है।
मंगलवार दोपहर 2:30 बजे जारी बुलेटिन में मौसम विभाग ने साफ कहा, “उत्तर-पश्चिम पंजाब और जम्मू क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान अत्यधिक भारी वर्षा की प्रबल संभावना है। इसके बाद वर्षा की तीव्रता कुछ हद तक घटेगी, लेकिन अगले पांच दिनों तक भारी वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा।” इस पूर्वानुमान ने राज्य सरकार को स्कूलों को बंद करने और राहत कार्यों को प्राथमिकता देने पर मजबूर कर दिया।
बांधों से छोड़ा गया अतिरिक्त पानी, कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
बारिश के साथ-साथ पोंग और भाखड़ा बांधों से छोड़े गए अतिरिक्त पानी ने भी पंजाब के कई जिलों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। यह पानी निचले इलाकों की ओर बह रहा है, जिससे खेतों, सड़कों और रिहायशी इलाकों में जलभराव की स्थिति बन रही है।
इन जिलों में कई गांव पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं, और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF) की टीमें तैनात की गई हैं।
विद्यालयों को लेकर जारी दिशा-निर्देश
पंजाब सरकार ने स्कूल बंदी को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं, 27 अगस्त (बुधवार) से 30 अगस्त (शनिवार) तक सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे। किसी भी स्कूल में ऑनलाइन कक्षाएं संचालित नहीं की जाएंगी, ताकि बच्चों और शिक्षकों को राहत मिल सके। जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे स्थानीय हालात की समीक्षा करें और यदि आवश्यक हो तो छुट्टियों की अवधि बढ़ाई जा सकती है। किसी भी क्षेत्र में पानी भराव या संकट की स्थिति में स्कूल प्रबंधन तत्काल स्थानीय प्रशासन से संपर्क करे।
अभिभावकों ने फैसले को बताया सही समय पर लिया गया निर्णय
स्कूल बंद होने की खबर के बाद अभिभावकों ने मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत किया। लुधियाना निवासी एक अभिभावक, हरमीत कौर ने कहा:
“बारिश की वजह से रास्ते बंद हो चुके हैं और स्कूल तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। सरकार का यह कदम बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी था।”
प्रशासन की तैयारी और राहत कार्यों की स्थिति
पंजाब सरकार ने सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जलभराव, बाढ़ और जल निकासी की स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखें। साथ ही स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर इमरजेंसी लाइट्स, जनरेटर, खाद्य सामग्री और प्राथमिक चिकित्सा किट रखने के आदेश दिए गए हैं।