
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना ने हाल ही में एक वर्चुअल मीटिंग में कहा कि अल्लाह ने उन्हें किसी विशेष कारण से अब तक जीवित रखा है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जिन लोगों ने अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या की है, उन्हें जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। शेख हसीना का यह बयान बांग्लादेश में हाल ही में हुई हिंसा और उनके परिवार के सदस्यों की हत्या के संदर्भ में आया, जिनकी वजह से उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
शेख हसीना ने बांग्लादेश में हिंसा पर किया गहरा बयान
शेख हसीना ने हिंसा में मारे गए अवामी लीग के नेताओं के परिजनों से वर्चुअल रूप से बात करते हुए अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, “अल्लाह ने मुझे इस लिए जिंदा रखा है ताकि मैं न्याय दिला सकूं और जो अपराधी हैं, उन्हें सजा दिला सकूं।” पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह अपने और अवामी लीग के नेताओं के खिलाफ हुई हिंसा को किसी भी स्थिति में नजरअंदाज नहीं करेंगी। शेख हसीना ने यह भी वादा किया कि वह जल्द बांग्लादेश लौटेंगी और जो लोग इस हिंसा में शामिल थे, उन्हें सबक सिखाया जाएगा।
शेख हसीना का मोहम्मद यूनुस पर आरोप
वर्चुअल मीटिंग के दौरान, शेख हसीना ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मोहम्मद यूनुस एक ऐसा व्यक्ति है जो कभी भी लोगों से सच्चा प्रेम नहीं कर पाए। वह अपने निजी फायदे के लिए गरीबों को ऊंची ब्याज दरों पर कर्ज देता रहा है और फिर उस पैसे से अपनी आलीशान जिंदगी विदेशों में बिताता रहा है। हम भी उनकी चालों को ठीक से समझ नहीं पाए थे, और हमारी सरकार ने भी उन्हें मदद दी, लेकिन इसका फायदा जनता को कभी नहीं हुआ।”
शेख हसीना ने आरोप लगाया कि मोहम्मद यूनुस ने सत्ता की भूख के कारण बांग्लादेश को जलाने का काम किया। “उनकी वजह से ही बांग्लादेश में हालात इतने खराब हो गए हैं,” शेख हसीना ने कहा। यह बयान उस समय आया जब बांग्लादेश की सरकार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है, और हाल ही में मोहम्मद यूनुस ने भी उनकी प्रत्यर्पण की मांग की थी।
बांग्लादेश की स्थिति पर शेख हसीना का गहरा दुख
शेख हसीना ने बांग्लादेश की स्थिति पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “एक समय था जब बांग्लादेश को विकास के मॉडल के तौर पर देखा जाता था, लेकिन अब यह देश आतंकवाद और हिंसा का शिकार बन चुका है। हमारे नेताओं को जिस तरह से मारा गया, वह किसी भी शब्दों से नहीं बयान किया जा सकता। अवामी लीग के नेता, पुलिस, वकील, पत्रकार और कलाकारों को निशाना बनाया जा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें अपने परिवार के सभी सदस्य खोने का दर्द है, क्योंकि उन्होंने अपने पिता, माता और भाई को बहुत जल्दी खो दिया था। “मैं जानती हूं कि अपनों को खोने का दर्द कितना दुखद होता है। लेकिन अल्लाह ने मुझे बचाया है, और मुझे विश्वास है कि वह मुझसे कोई अच्छा काम करवाना चाहते हैं। यह मेरी जिम्मेदारी है कि जो लोग अपराध कर रहे हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाए।”
बांग्लादेश सरकार का प्रत्यर्पण प्रयास
शेख हसीना का यह बयान उस समय आया जब बांग्लादेश सरकार उनके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है। हाल ही में, बांग्लादेश के प्रमुख आर्थिक सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना का प्रत्यर्पण करने की मांग की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर चिंता जताई थी। मोदी ने कहा था कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले चिंताजनक हैं, और उन्होंने इस मुद्दे पर एक सकारात्मक समाधान की आवश्यकता जताई।
बांग्लादेश सरकार शेख हसीना के खिलाफ कई आरोपों की जांच कर रही है और उन्हें कई बार अदालत में पेश होने का दबाव भी बनाया गया है। हालांकि, शेख हसीना ने अपने वर्चुअल संबोधन में स्पष्ट किया कि अल्लाह ने उन्हें जीवित रखा है और वह जल्द ही बांग्लादेश लौटकर इन अपराधियों का सामना करेंगी।