
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के दिवंगत स्टार और पूर्व कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने मंगलवार को राजनीति में उतरने का बड़ा ऐलान कर दिया। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे 2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव में मानसा सीट से चुनाव लड़ेंगे। उनका यह फैसला मूसेवाला समर्थकों के लिए एक भावनात्मक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षण बन गया है।
बलकौर सिंह ने इस ऐलान के साथ राज्य की मौजूदा आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार, विशेषकर मुख्यमंत्री भगवंत मान पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा, “हां, मैं चुनाव लड़ूंगा। सिस्टम के बीच आकर ही हम न्याय की बात कर सकते हैं। जब तक हम सिस्टम का हिस्सा नहीं बनेंगे, हमारी आवाज नहीं सुनी जाएगी।”
बेटे की विरासत और न्याय की लड़ाई का संकल्प
बलकौर सिंह ने अपने बयान में साफ किया कि राजनीति में आने का उनका उद्देश्य सत्ता या पद नहीं, बल्कि अपने बेटे की विरासत को आगे बढ़ाना और उनके लिए न्याय की लड़ाई को मजबूती देना है।
उन्होंने कहा, “मेरे बेटे को सरेआम गोलियों से भून दिया गया। आज भी उसका परिवार, प्रशंसक और पूरा पंजाब न्याय की आस में है। सरकारें आईं और गईं, लेकिन हम अब भी वहीं खड़े हैं, जहां 2022 में थे। इसीलिए अब वक्त आ गया है कि मैं खुद मैदान में उतरूं।”
यह घोषणा सिद्धू मूसेवाला की बरसी से ठीक दो दिन पहले आई है, जिससे इसके राजनीतिक और भावनात्मक मायने और गहरे हो जाते हैं। यह न केवल एक व्यक्तिगत कदम है, बल्कि एक प्रतीकात्मक संदेश भी कि मूसेवाला की मौत को भुलाया नहीं गया है।
राजनीतिक समीकरणों पर असर
बलकौर सिंह का राजनीति में उतरना मानसा विधानसभा सीट को फिर से राष्ट्रीय चर्चा में ले आया है। गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला ने भी 2022 में कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें आम आदमी पार्टी के विजय सिंगला से हार मिली थी।
अब जब बलकौर सिंह ने इस सीट से चुनाव लड़ने की बात कही है, तो इस क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं। सिद्धू मूसेवाला की लोकप्रियता और बलकौर सिंह की छवि एक संघर्षशील पिता की है, जो जनता के बीच पहले से ही सहानुभूति और समर्थन बटोर रही है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि बलकौर सिंह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनके पास कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल तीनों के विकल्प खुले हैं — या वे स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भी मैदान में उतर सकते हैं।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या: अब भी उठ रहे हैं सवाल
सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 को हुई थी, जब अज्ञात हमलावरों ने उन्हें दिनदहाड़े गोली मार दी थी। इस हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन अभी तक इस केस में न्याय का इंतजार जारी है।
बलकौर सिंह ने बार-बार आरोप लगाया है कि सरकारें इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई नहीं कर रही हैं,और न्याय को जानबूझकर टाला जा रहा है। “क्या सिर्फ पोस्टर और मोमबत्तियों से न्याय मिलेगा? हमें जवाब चाहिए, सच्चाई चाहिए,” बलकौर सिंह ने कहा।