
पंजाब की राजनीति में एक बार फिर विवाद की आंधी उठ खड़ी हुई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा दिए गए एक बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे “राष्ट्रविरोधी, असंवेदनशील और आपत्तिजनक” करार दिया है। बीजेपी ने सीएम मान से माफी मांगने और तत्काल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की है। साथ ही, पार्टी ने केंद्र सरकार से इस बयान पर हस्तक्षेप और जांच की भी मांग की है।
विवाद की जड़ मुख्यमंत्री भगवंत मान का वह बयान है, जिसमें उन्होंने कहा कि “बीजेपी घर-घर जाकर सिंदूर बांटेगी, क्या आप मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे? क्या यह एक राष्ट्र, एक पति योजना है?” यह टिप्पणी उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऑपरेशन सिंदूर को लेकर की, जो हाल ही में देश की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चलाया गया एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान था।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ हाल ही में भारत की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सीमा पार से आए खतरों और आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए चलाया गया एक रणनीतिक अभियान था। इस ऑपरेशन में विशेष बलों ने प्रभावशाली कार्रवाई करते हुए देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। ऑपरेशन को लेकर केंद्र सरकार और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए अहम कदम बताया।
ऐसे में जब एक मुख्यमंत्री द्वारा इस ऑपरेशन पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की जाती है, तो स्वाभाविक रूप से यह राजनीतिक विवाद का कारण बनता है।
बीजेपी की तीखी प्रतिक्रिया
बीजेपी के पंजाब प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने सीएम भगवंत मान की टिप्पणी को “राष्ट्रीय सुरक्षा बलों का अपमान” बताते हुए कहा: “यह बेहद शर्मनाक है कि एक राज्य का मुख्यमंत्री देश की सुरक्षा से जुड़े गंभीर अभियान पर मज़ाक करता है। क्या भगवंत मान भूल गए हैं कि हमारे जवान जान जोखिम में डालकर देश की रक्षा करते हैं? उन्हें तत्काल माफी मांगनी चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।”
बलियावाल ने भगवंत मान के बयान की एक वीडियो क्लिप भी X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट की, जिसे हजारों लोगों ने साझा और रीट्वीट किया। सोशल मीडिया पर भी भगवंत मान की टिप्पणी को लेकर भारी आलोचना देखी जा रही है।
“राष्ट्रविरोधी मानसिकता” का आरोप
बीजेपी ने इस बयान को सिर्फ एक व्यक्ति का व्यक्तिगत दृष्टिकोण नहीं, बल्कि ‘आम आदमी पार्टी’ की सोच का प्रतीक बताया। बीजेपी नेता तरुण चुघ ने कहा: “आप सरकार बार-बार ऐसे बयान दे रही है, जो देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के खिलाफ जाते हैं। ये केवल भगवंत मान की जुबान से निकले शब्द नहीं हैं, बल्कि एक ऐसी राजनीतिक सोच का परिचय हैं, जो राष्ट्रहित को प्राथमिकता नहीं देती।”