
पंजाब में मंगलवार को दिनभर तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान में स्पष्ट गिरावट दर्ज की गई है। तापमान में 0.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई, जिससे फिलहाल अधिकतम तापमान सामान्य से 3.8 डिग्री नीचे बना हुआ है।
मौसम विभाग ने राज्य में अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। चेतावनी दी गई है कि कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में और गिरावट संभव है। इस बीच, बठिंडा सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश के आंकड़े और तापमान में बदलाव
राज्य के कई जिलों में मंगलवार को अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके चलते पंजाब का मौसम सुखद और ठंडा हो गया है, जो हाल के दिनों की उमस और गर्मी के मुकाबले राहत भरा रहा।
विभिन्न जिलों में दर्ज की गई बारिश (मिलीमीटर में):
- बठिंडा: 43.0 मिमी
- लुधियाना: 14.4 मिमी
- एसबीएस नगर: 14.2 मिमी
- फरीदकोट: 8.4 मिमी
- मोगा: 4.5 मिमी
- पटियाला: 3.6 मिमी
- अमृतसर: 0.8 मिमी
अधिकतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में):
- बठिंडा: 38.6
- फाजिल्का: 37.9
- फिरोजपुर: 34.5
- अमृतसर: 33.9
- पठानकोट: 32.2
- जालंधर: 31.4
- लुधियाना: 30.6
- पटियाला: 30.3
बारिश के कारण ज्यादातर शहरों का अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। खासकर लुधियाना और पटियाला में 3-4 डिग्री की गिरावट देखी गई।
न्यूनतम तापमान भी हुआ सामान्य से नीचे
केवल अधिकतम तापमान ही नहीं, न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। 0.7 डिग्री की औसत गिरावट के साथ न्यूनतम तापमान लगभग सामान्य के आसपास बना रहा।
न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में):
- बठिंडा: 22.5 (राज्य में सबसे कम)
- जालंधर: 24.6
- फरीदकोट: 25.9
- लुधियाना: 25.6
- अमृतसर: 26.3
- पटियाला: 26.1
- पठानकोट: 26.1
यह आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि पंजाब में मानसून की सक्रियता तापमान को नियंत्रित कर रही है और गर्मी से राहत दे रही है।
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पंजाब के कुछ हिस्सों में अगले दो दिनों के लिए “येलो अलर्ट” जारी किया है। इस अलर्ट के तहत, लोगों को तेज बारिश, बिजली गिरने, और जलजमाव जैसी स्थितियों के लिए सतर्क किया गया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मानसून की लहर अब पंजाब में पूरी तरह सक्रिय हो चुकी है और अगले कुछ दिनों में अधिक बारिश की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि जुलाई के पहले सप्ताह में भी इस वर्षा का दौर जारी रह सकता है। इससे खेती-बाड़ी के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है, लेकिन शहरों में जल निकासी व्यवस्था पर दबाव भी बढ़ेगा।
जून में छह साल की सबसे ज्यादा बारिश
इस साल जून महीने में पंजाब में छह वर्षों के बाद सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून में 69.7 मिमी बारिश हुई है, जबकि औसतन जून में 54.5 मिमी बारिश होती है। इस प्रकार, पंजाब में इस साल जून की बारिश 28 फीसदी अधिक रही है।